Haryana Politics: दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा विधानसभा में की फ्लोर टेस्ट की मांग, राज्यपाल को लिखा पत्र
Haryana Politics: हरियाणा के तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफे के बाद से ही प्रदेश की राजनीति चर्चाओं में है. इसी बीच जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के नेता दुष्यंत चौटाला ने गुरुवार को राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को पत्र लिखा है. जिसमें उन्होंने वर्तमान हरियाणा सरकार के लिए सदन में अपना बहुमत साबित करने के लिए फ्लोर-टेस्ट की मांग की है. बता दें कि यह बात तब सामने आई है जब कुछ दिनों पहले तीन निर्दलीय विधायकों ने कांग्रेस को समर्थन देते हुए भाजपा सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था.
इससे पहले बुधवार को कांग्रेस ने हरियाणा में राष्ट्रपति शासन और नए तरीके से चुनाव की मांग कर चुकी है. हरियाणा के दादरी से विधायक सोमबीर सांगवान, पुंडरी विधायक रणधीर सिंह गोलेन और नीलीखेड़ी से धर्मपाल गोंदर, ये तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा की नायब सिंह सैनी सरकार से समर्थन वापस ले लिया और कांग्रेस को देने की घोषणा कर दी. वर्तमान समय में भाजपा के पास कुल 40 विधायक हैं, लेकिन अब 88 सदस्यीय विधानसभा में बहुमत के लिए 45 विधायकों की जरुरत होगी.
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भाजपा के पास 43 विधायकों का समर्थन
हरियाणा विधानसभा के नंबर गेम समझने की कोशिश करें तो भाजपा सरकार के पास निर्दलीय समेत अब 43 विधायकों का समर्थन प्राप्त है. हालांकि उसने मंगलवार को दावा किया है कि दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी के चार विधायक भी जरूरत पड़ने पर सरकार को समर्थने देने की पेशकश कर सकते हैं. अगर ऐसा होता है तो बीजेपी के पास कुल 47 विधायकों का समर्थन हो जाएगा.
बीजेपी-जेजेपी गठबंधन में टूट
गौरतलब है कि मार्च 2024 में जननायक जनता पार्टी ने बीजेपी गठबंधन सरकार से खुद को अलग कर लिया. इस दौरान जेजेपी के 10 विधायकों में से कम से कम छह विधायकों ने खुद को चौटाला से दूर कर लिया है. वर्तमान समय में सदन में कांग्रेस के 30 विधायक हैं. वहीं तीन निर्दलियों के समर्थन से कांग्रेस के पास विधायकों की संख्या 33 हो गई है. मीडिया से बातचीत में दुष्यंत चौटाला ने कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा के पाले में डालते हुए कहा था कि अगर कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लाती है तो वह उसे समर्थन देंगे.