कभी मोदी के सामने रहे कांग्रेस का चेहरा, राम मंदिर पर पार्टी के स्टैंड से थे नाराज, जानें कौन हैं INC छोड़ BJP ज्वाइन करने वाले अर्जुन मोढवाडिया
Arjun Modhwadia Joins BJP: गुजरात कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने भाजपा का दामन थाम लिया है. वह भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीआर पाटिल की मौजूदगी में मंगलवार, 3 मार्च को भाजपा में शामिल हुए. बता दें कि मोढवाडिया ने सोमवार को ही कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता छोड़ी थी.
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जानिए अर्जुन मोढवाडिया के बारे में
17 फरवरी 1957 को जन्मे अर्जुन मोढवाडिया का ताल्लुक गुजरात के पोरबंदर से है. उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद 10 साल तक गुजरात मैरीटाइम बोर्ड में असिस्टेंट इंजीनियर के रूप में काम किया, जिसके बाद उन्होंने 1993 में नौकरी छोड़कर राजनीति में प्रवेश किया. बता दें कि उन्होंने 2022 में तीसरी बार विधायकी का चुनाव जीता था.
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कैसा रहा अबतक का सियासी सफर
1997 में अर्जुन मोढवाडिया कांग्रेस में शामिल हुए थे. उन्होंने 2002 में पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. वह 2004 से 2007 तक गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता थे. उन्हें नरेंद्र मोदी के सामने कांग्रेस का चेहरा माना जाता था. 2008 से 2009 तक मोढवाडिया मीडिया समिति के अध्यक्ष और गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी (GPCC) के मुख्य प्रवक्ता रहे. वहीं, मार्च 2011 में उन्हें जीपीसीसी के 27वें अध्यक्ष के रूप में चुना गया था.
हालांकि चुनाव में पार्टी की हार के बाद उन्होंने दिसंबर 2012 को जीपीसीसी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था. 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार बाबू बोखिरिया को हराकर मोढवाडिया पोरबंदर निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए थे. वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुखर आलोचकों में गिने जाते थे.
मोढवाडिया ने क्यों छोड़ी कांग्रेस?
अर्जुन मोढवाडिया ने कांग्रेस छोड़ने की वजह राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पार्टी की दूरी बताई है. बता दें कि उन्होंने 10 जनवरी को X पर लिखा था, “भगवान श्री राम आराध्य देव हैं. यह देशवासियों की आस्था और विश्वास का विषय है. कांग्रेस को ऐसे राजनीतिक निर्णय लेने से दूर रहना चाहिए था.”
भगवान श्री राम आराध्य देव हैं।
यह देशवासियों की आस्था और विश्वास का विषय है। @INCIndia को ऐसे राजनीतिक निर्णय लेने से दूर रहना चाहिए था। pic.twitter.com/yzDTFe9wDc
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वहीं, मोढवाडिया ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, “मैंने पार्टी को खून, पसीना देकर मजबूत करने की कोशिश की. मैं जनता में आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन लाने की कल्पना से कांग्रेस में शामिल हुआ था… जिस तरह से पार्टी जनता से दूर चली गई है उसपर मैंने कई बार ध्यान आकर्षित करने की कोशिश की लेकिन मैं विफल रहा.”