हिमाचल में कांग्रेस सरकार पर संकट, अब सीएम सुक्खू के पास हैं कौन से विकल्प?

अपनी ही सरकार के खिलाफ जाने वाले विधायक आज शाम तक शिमला लौटेंगे. विधायक शिमला आकर अपनी बात रखेंगे. सभी विधायक खुद को ‘गद्दार’ बुलाए जाने से खफा हैं.
सीएम सुक्खू, राहुल गांधी

सीएम सुक्खू, राहुल गांधी

Himachal Political Crisis: राज्यसभा चुनाव के बाद हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर अब एक और संकट मंडरा रहा है. अपनी ही पार्टी के खिलाफ जाकर बीजेपी के हर्ष महाजन को वोट करने वाले कांग्रेस विधायकों पर सीएम सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जमकर गुस्सा निकाला. सुक्खू ने इन विधायकों को बिकाऊ तक कह डाला. अपने सीएम के इन बयानों से ये विधायक काफी नाराज हैं.

कहा जा रहा है कि इन सभी नाराज कांग्रेस नेताओं को मनाने की कोशिश हो रही है. इसी क्रम में पार्टी के सीनियर नेता शिमला पहुंच रहे हैं. हालांकि, इस बीच सुक्खू सरकार ने एक पड़ाव पार कर लिया है. राज्य विधानसभा में तमाम राजनीतिक उठापटक के बाद बजट पारित हो गया है. लेकिन अभी भी कांग्रेस के लिए सबकुछ खत्म नहीं हुआ है. अभी भी सरकार पर संकट गहराया हुआ है. आइये विस्तार से बताते हैं:

बता दें कि हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार के लिए नई मुसीबत सरकार बचाने की है. सूत्रों के मुताबिक, विपक्ष के नेता ने राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला से मुलाकात की और राज्य विधानसभा में सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व वाली सरकार के लिए विश्वास मत की मांग की. हालांकि, सुक्खू सरकार इस मुसीबत से पार पा सकती है.

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ऐसे बच सकती है हिमाचल में कांग्रेस सरकार

बता दें कि हिमाचल में कुल विधायकों की संख्या 68 हैं. पहले कांग्रेस के पास 40 विधायक थे, लेकिन अब 6 बागी हो गए हैं. वहीं 3 निर्दलीय विधायक भी भाजपा के साथ आ गए हैं. यदि ये 6 विधायक विश्वास मत के दौरान सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेते हैं तो सरकार के पास बड़ा मौका है. अभी 34 विधायकों का समर्थन सरकार को है और अगर विधायक सरकार के पक्ष में वोट करेंगे और सरकार गिरने से बच जाएगी, क्योंकि तब बहुमत का आंकड़ा 32 रह जाएगा.

इसके अलावा एक ऑप्शन ये भी है कि स्पीकर बागी कांग्रेसी विधायकों को सस्पेंड कर दें. ऐसी स्थिति में भी बहुमत के लिए 32 वोट चाहिए. अहम बात यह भी है बजट सत्र में अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जा सकता है और बजट सत्र आज खत्म हो गया है. इसलिए ही भाजपा ने राज्यपाल से मुलाकात की है.

सीएम दें इस्तीफा

बता दें कि अगर कांग्रेस हाईकमान अपने बागी विधायकों को मनाने के लिए सीएम सुक्खू को पद से हटाने का आश्वासन देती है और फ्लोर टेस्ट के दौरान ये विधायक सदन में मौजूद रहते हैं तो भी सरकार गिरने से बच सकती है. हालांकि, फिलहाल के लिए कांग्रेस सरकार के ऊपर से ये संकट टल गई है क्योंकि बजट सत्र का आज अंतिम दिन था और स्पीकर ने ये फैसला अभी के लिए टाल दिया है.

गद्दार बुलाए जाने से खफा विधायक

बता दें कि अपनी ही सरकार के खिलाफ जाने वाले विधायक आज शाम तक शिमला लौटेंगे. सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस के नाराज विधायक हवाई मार्ग से शिमला आएंगे. विधायक शिमला आकर अपनी बात रखेंगे. सभी विधायक खुद को ‘गद्दार’ बुलाए जाने से खफा हैं. इन विधायकों में सुधीर शर्मा, रवि ठाकुर, राजेंद्र राणा, देवेंद्र कुमार भुट्टो,चैतन्य शर्मा और इन्द्रदत्त लखनपाल शामिल हैं.

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