Pune Hit and Run Case: पुणे पोर्श कांड में सबसे बड़ा खुलासा, घटना के समय नशे में था आरोपी, पुलिस के सामने रईसजादे का कबूलनामा

Pune Hit and Run Case: पुणे हिट एंड रन केस(Porsche Car) में रविवार को नाबालिग के माता-पिता शिवानी अग्रवाल और विशाल अग्रवाल पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
Pune, Hit And Run,

डॉक्टरों ने डस्टबिन में फेंका रईसजादे का ब्लड सैंपल

Pune Hit and Run Case: महाराष्ट्र के पुणे हिट एंड रन केस(Porsche Car) में अबतक का सबसे बड़ा खुलासा हुआ है. इंडिया टुडे की एक खबर के मुताबिक, सूत्रों ने रविवार को बताया कि दो लोगों को टक्कर मारने वाले नाबालिग लड़के ने पुलिस के सामने स्वीकार किया है कि इस घटना के समय वह बहुत अधिक नशे में था. वहीं रविवार को ही नाबालिग के माता-पिता शिवानी अग्रवाल और विशाल अग्रवाल पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. दोनों पर आरोप है कि शराब के नशे में धुत नाबालिग आरोपी को बचाने के लिए उसके ब्लड सैंपल को उसकी मां शिवानी अग्रवाल के ब्लड सैंपल से बदला गया था.

गाड़ी चलाते समय बहुत अधिक नशे में था रईसजादा

19 मई को रविवार तड़के शहर में दो मोटरसाइकिल सवार सॉफ्टवेयर इंजीनियरों को अपनी तेज रफ्तार पोर्श कार(Porsche Car) से पुणे के अमीर बिल्डर के रईसजादे बेटे ने बुरी तरह कुचल दिया था. किशोर को किशोर न्याय बोर्ड (JJB) के समक्ष पेश किया गया, यहां जज ने 300 शब्दों का निबंध लिखने के लिए कहते हुए जमानत दे दी. अब उसने पुलिस के सामने कबूल किया है कि दुर्घटना के समय वह गाड़ी चलाते समय बहुत अधिक नशे में था. साथ ही उसने यह भी कहा कि उसे सारी घटनाएं पूरी तरह याद नहीं है. इसके साथ ही पुणे की एक अदालत ने रविवार को 17 वर्षीय आरोपी लड़के के माता-पिता शिवानी अग्रवाल और विशाल अग्रवाल को सबूत नष्ट करने के मामले में 5 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है. उन पर ब्लड सैंपल से छेड़छाड़ करने का आरोप है.

यह भी पढ़ें: नई सरकार बनते ही कई अहम फैसले लेंगे PM मोदी, 100 दिन का रोडमैप तैयार, प्रधानमंत्री आवास में बैठक जारी

आरोपी को बचाने के लिए दिया अपना ब्लड सैंपल

बता दें कि बीते दिन ही इम ब्रांच ने नाबालिग आरोपी की मां को भी गिरफ्तार किया था. जानकारी के मुताबिक, नाबालिग लड़के की मां ने ही अधिकारियों को अपना ब्लड सैंपल दिया था. ऐसा करने के पीछे कारण था कि नाबालिक के शराब पीने वाली बात को छिपाया जा सके. इसके बाद ससून जनरल अस्पताल के डॉक्टरों ने नाबालिग आरोपी के ब्लड सैंपल को कूड़ेदान में फेंक दिया और उसकी जगह अग्रवाल के ब्लड सैंपल को जांच के लिए भेजा था. इसी मामले में पुलिस ने अस्पताल के दो डॉक्टरों और एक वार्ड बॉय को गिरफ्तार किया है. इनमें फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. अजय तावड़े भी शामिल हैं. नाबालिग आरोपी के पिता विशाल अग्रवाल ने ब्लड सैंपल एकत्र किए जाने से पहले डॉ. अजय तावड़े से कुल 14 बार फोन पर बातचीत की थी.

ज़रूर पढ़ें