वायनाड भूस्खलन के प्रभावित क्षेत्रों में राहत पहुंचाएंगे भारतीय तट रक्षक के जवान, टीमें हुई रवाना
Wayanad Landslide: केरल के वायनाड में तेज बारिश की वजह से सोमवार देर रात 4 अलग-अलग जगहों पर लैंडस्लाइड हुई. रात 2 बजे से सुबह 6 बजे के बीच हुए लैंडस्लाइड में 4 गांव बह गए. मुंडक्कई, चूरलमाला, अट्टामाला और नूलपुझा में घर, पुल, सड़कें और गाड़ियां भी बह गईं.
वहीं, अभी तक 93 लोगों की मौत की पृष्टि हो चुकी है. भारी तबाही के बीच भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) जिला मुख्यालय (केरल और माहे) और आईसीजी स्टेशन बेपोर ने आपदा राहत टीमों को प्रभावित क्षेत्र में भेज दिया है.
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राहत और सहायता के लिए टीमें सक्रिय
आपदा से प्रभावित लोगों को तत्काल राहत और सहायता प्रदान करने के लिए टीमें सक्रिय हैं. राहत टीम में उच्च प्रशिक्षित भारतीय तटरक्षक कर्मी और एक मेडिकल टीम शामिल है. टीम आवश्यक आपदा राहत सामग्री के साथ है, जिसमें- बचाव कार्यों के लिए रबर की फुलाने योग्य नावें, पानी और जल निकासी के लिए डीजल चालित पंप, सुरक्षा के लिए लाइफ जैकेट, कर्मियों की सुरक्षा के लिए रेनकोट और गम बूट, मलबा साफ़ करने और प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचने के लिए उपकरण शामिल हैं.
इसके अतिरिक्त, भारतीय तटरक्षक ने प्रभावित आबादी की सहायता के लिए खाद्य सामग्री, पीने का पानी और अन्य आवश्यक सामनों को भेजी है. कुशल वितरण और सहायता वितरण सुनिश्चित करने के लिए इन आपूर्तियों को जिला आपदा प्रबंधन टीम के साथ समन्वयित किया जा रहा है. भारतीय तटरक्षक राहत प्रयासों का समर्थन करने और भूस्खलन से प्रभावित समुदायों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है. आईसीजी इस आपदा के प्रभाव को कम करने के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है.
सभी से सुरक्षित रहने की अपील
आईसीजी प्रभावित क्षेत्रों के रहने वाले सभी लोगों से सुरक्षित रहने और स्थानीय अधिकारियों द्वारा जारी आधिकारिक सलाह का पालन करने की अपील की है. आईसीजी इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान जीवन की सुरक्षा और आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए समर्पित है.