पहलगाम में आतंकी हमले के बाद मुस्लिम देशों का क्या रुख है? अरब के इस बड़े देश ने की मध्यस्थता की पेशकश

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत में पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है. अरब के 2 ताकतवर मुस्लिम देश ईरान और सऊदी अरब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने की कोशिश कर रहे हैं.
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प्रतीकात्मक तस्वीर

Iran-Saudi Arab: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्सा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकियों को माकूल जवाब देना का ऐलान किया है. ऐसे में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है. भारत के कार्रवाई से पहले ही पाकिस्तान जवाब देने की बात कर रहा है. यहां तक की पाकिस्तान ने फिर से परमाणु हमले की गीदड़भपकी देना शुरू कर दिया है. ऐसे में मिडिल ईस्ट के मुस्लिम देशों का क्या रुख है और वो इस तनाव की स्थिति में मुस्लिम देशों का क्या कहना है?

सऊदी अरब बोला- भारत और पाकिस्तान दोनों करीबी हैं

पहलगाम में आतंकी हमले के बाद अरब के बड़े और ताकतवर देश सऊदी अरब के विदेश मंत्री ने भारत और पाकिस्तान के अपने समकक्षों से बात की है. सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान ने शुक्रवार को भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तानी विदेश मंत्री इशाक डार से अलग-अलग फोन पर बातचीत की. सऊदी अरब की तरफ से कहा गया कि दोनों ही देश हमारे सहयोगी हैं और हम चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम हो.

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी एक्स पर ट्वीट करते हुए इसकी जानकारी दी, उन्होंने ट्वीट में लिखा- सऊदी अरब के विदेश मंत्री फैसल बिन फरहान से फोन पर बातचीत हुई. इसमें पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर चर्चा की गई.

https://twitter.com/DrSJaishankar/status/1915773008121352344

ईरान ने की मध्यस्थता की पेशकश

अरब के एक और शक्तिशाली मुस्लिम देश ईरान ने भी भारत और पाकिस्तान में तनाव को कम करने की अपील की है. ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अरागची ने दोनों देशों के बीच मध्यस्थता की पेशकश की है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अरागची ने लिखा, ‘भारत और पाकिस्तान ईरान के भाईचारे वाले पड़ोसी हैं, जिनसे सदियों पुराने सांस्कृतिक और सभ्यता वाले संबंध हैं. अन्य पड़ोसियों की तरह, हम उन्हें अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता मानते हैं.’

सऊदी और ईरान की मध्यस्थता से कम हो सकता है तनाव?

सऊदी अरब और ईरान दोनों ही अरब के दो ताकतवर और बड़े देश हैं. दोनों ही देशों के भारत और पाकिस्तान दोनों से ही अच्छे संबंध हैं. दोनों देश भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन इस वक्त आतंकी घटना के बाद भारत में काफी गुस्सा है. देश के लोग हर हाल में आतंकी हमले का बदला लेना चाहते हैं. भारत के प्रधानमंत्री भी आतंकियों को सबक सिखाने का ऐलान कर चुके हैं. ऐसे में भारत अभी किसी भी दूसरे देश की मध्यस्थता नहीं चाहता है.

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