Israel-Iran Conflict: कब्जे वाले जहाज पर फंसे भारतीयों को मिलेगी राहत! जयशंकर से बातचीत के बाद ईरान का बड़ा फैसला
Israel-Iran Conflict: ईरान और इजराइल पहली बार खुलकर एक-दूसरे के सामने आ गए हैं. अब तक दोनों देश प्रॉक्सी वॉर लड़े रहे थे. वहीं, रविवार तड़के ईरान ने इजराइल पर 300 से अधिक ड्रोन, बैलेस्टिक और क्रूज मिसाइल दाग दिए. जिसके बाद से बड़े युद्ध की आशंका जताई जा रही है. हालांकि इस बीच ईरान ने भारत को बड़ी खुशखबरी दी है.
क्या है मामला?
दरअसल, ईरान की नौसेना ने होर्मुज जलडमरूमध्य के निकट ओमान की खाड़ी में इजराइली अरबपति इयाल ओफर के जहाज ‘एमएससी एरीज’ को अपने कब्जे में ले लिया है. इस जहाज पर 17 भारतीय सवार है. आखिरी बार शुक्रवार को इस जहाज को दुबई से होर्मुज की ओर जाते हुए देखा गया था. वहीं, अब ईरानी विदेश मंत्री एच. अमीरबदोल्लाहियन ने घोषणा की है कि भारत के अधिकारी जल्द ही उसके 17 लोगों से मुलाकात कर सकेंगे.
विदेश मंत्री जयशंकर ने किया ट्वीट
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को सोशल मीडिया मंच X पर लिखा कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के विदेश मंत्री एच. अमीरबदोल्लाहियन से बात की. इस दौरान एमएससी एरीज के 17 भारतीय चालक दल के सदस्यों की रिहाई पर चर्चा की गई.
Spoke to Iranian FM @Amirabdolahian this evening.
Took up the release of 17 Indian crew members of MSC Aries.
Discussed the current situation in the region. Stressed the importance of avoiding escalation, exercising restraint and returning to diplomacy.
Agreed to remain…
— Dr. S. Jaishankar (Modi Ka Parivar) (@DrSJaishankar) April 14, 2024
क्यों दागे ईरान ने मिसाइल
दरअसल, सीरिया में ईरानी एंबेसी के पास 1 अप्रैल को कथित रूप से इजराइली सेना ने एयरस्ट्राइक की थी. इसमें दो ईरानी जनरल समेत 13 लोग मारे गए थे. जवाब में ईरान ने रविवार तड़के इजराइल पर 300 से अधिक ड्रोन, बैलेस्टिक और क्रूज मिसाइल दाग दिए. 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद ईरान ने पहली बार सीधे तौर पर इजराइल पर हमला किया है. इससे पहले वह हमास और हिजबुल्लाह जैसे संगठनों के जरिए इजराइल या उसके दूतावास पर हमले करवाता रहा है.
नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति से की बात
वहीं, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले के बाद ‘वार कैबिनेट’ की बैठक बुलाई और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से बात की है. उन्होंने जो बाइडन से बात करने के बाद कहा कि अमेरिका ने इजराइल की सुरक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है.