पीएम मोदी ने संसद में नेहरू-इंदिरा पर साधा था निशाना, Jairam Ramesh बोले- आज के बारे में बताएं प्रधानमंत्री
Winter Session: पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने लोकसभा में शनिवार को संविधान पर चर्चा के दौरान विपक्ष के सवालों का जवाब दिया था. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला था. संविधान में संशोधन के मुद्दे पर पीएम मोदी ने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया था और पूर्व पीएम जवाहर लाल नेहरू से लेकर राजीव गांधी तक के कार्यकाल का हवाला देते हुए कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए थे. पीएम मोदी के इस भाषण पर अब कांग्रेस की तरफ से प्रतिक्रिया आई है. कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने इस पर कहा कि अगर नेहरू जी नहीं होते, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का क्या होता?
जयराम रमेश ने दिया जवाब
जयराम रमेश ने कहा, ‘कल उन्होंने झूठ पर झूठ बोला. उन्होंने 1951 में किए गए पहले संशोधन के बारे में बहुत बात की, इस संशोधन के होने के तीन कारण थे – 1) विभाजन के बाद भयंकर सांप्रदायिक प्रचार था, 2) अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण प्रावधानों को अदालत ने रद्द कर दिया था, 3) जमींदारी प्रथा को खत्म करने के लिए बनाए गए अधिनियमों को उच्च न्यायालय और सर्वोच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया था, इससे निपटने के लिए पहला संशोधन आया.’
कांग्रेस सांसद ने पीएम मोदी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, ‘वे आपातकाल की बात करते हैं, क्या अब अघोषित आपातकाल नहीं है? यह चुनावी भाषण था, उन्हें आज के बारे में बात करनी चाहिए. अडानी के मुद्दे पर चुप, किसानों के मुद्दे पर चुप, अलग-अलग राज्यों में फैलाए जा रहे सांप्रदायिक तनाव पर चुप, चीन को दी गई क्लीन चिट… आपने उस बारे में कुछ नहीं कहा. बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका के साथ हमारे रिश्ते कैसे होने चाहिए, इस बारे में कुछ नहीं कहा. केवल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, आप कब तक इसे जारी रखेंगे, आपको आज के बारे में बात करनी चाहिए.’
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पीएम मोदी ने कांग्रेस को घेरा था
इसके पहले पीएम मोदी ने संसद में अपने संबोधन में कहा था, ‘संविधान के 75 साल हो गए हैं. लेकिन 25 साल का भी महत्व होता है, 50 साल और 60 साल का भी महत्व होता है. जब देश संविधान के 25 साल देख रहा था, उसी समय हमारे देश में संविधान की धज्जियाँ उड़ा दी गईं. आपातकाल लगा दिया गया.’