Karnataka: टीचर ने महाभारत और रामायण को बताया ‘काल्पनिक’, पीएम मोदी पर की आपत्तिजनक टिप्पणी, स्कूल ने किया बर्खास्त

Karnataka: बीजेपी विधायक ने कहा स्कूल के शिक्षक पर आरोप लगाया गया था कि उसने छात्रों को महाभारत और रामायण को 'काल्पनिक' बताया है.
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(प्रतिकात्मक तस्वीर)

Karnataka: कर्नाटक के मंगलूर के एक स्कूल में टिचर को बर्खास्त कर दिया गया है. टिचर द्वारा महाभारत, रामायण और पीएम नरेंद्र मोदी पर कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप लगा है. टिचर की टिप्पणी के बाद दक्षिणपंथी समूहों ने जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद उस टिचर को बर्खास्त कर दिया गया. इस संबंध में बीजेपी विधायक वेद्यास कथास द्वारा प्रतिक्रिया दी गई थी.

बीजेपी विधायक ने कहा स्कूल के शिक्षक पर आरोप लगाया गया था कि उसने छात्रों को महाभारत और रामायण को ‘काल्पनिक’ बताया है. ये शिक्षक मंगलुरु के सेंट गेरोसा इंग्लिश एचआर प्राइमरी स्कूल का है. शिक्षक ने पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ भी आपत्तिजनक टिप्पणी की है. वहीं दक्षिणपंथी समूह का आरोप है कि शिक्षक ने प्रधानमंत्री के खिलाफ टिप्पणी करते हुए गोधरा दंगों और बिलकिस बानों गैंगरेप केस का जिक्र किया है.

शिक्षक को निलंबित करने की मांग

शिक्षक पर आरोप है कि उसने छात्रों के मन में नफरत की भावना पैदा करने की कोशिश की है. इस वजह से दक्षिणपंथी समूह ने बीते शनिवार को भी विरोध प्रदर्शन किया था. इसके बाद जब सोमवार को विरोध प्रदर्शन हुआ तो उसमें बीजेपी विधायक वेद्यास कथास भी शामिल हुए. इसके बाद उन सभी ने शिक्षक को निलंबित करने की मांग की थी. बीजेपी विधायक का कहना था कि अगर शिक्षक का कोई समर्थन करता है तो फिर नैतिक दिशा की क्या बात है?

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उन्होंने कहा कि आप उस शिक्षक पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं, आप उसको क्यों रखे हुए हैं. हमारे हिंदू बच्चियों से बिंदी नहीं रखने और पायल नहीं पहने के लिए कहा जाता है. उनसे कहा जाता है कि भगवान राम पर दूध डालना बर्बादी है. ऐसे में अगर कोई हमारी आस्था का अपमान करेगा तो हम चुप नहीं रहने वाले हैं. बता दें कि बच्चों के माता-पिता ने शिक्षक की शिकायत करते हुए दावा किया था कि उसने 7वीं क्लास के बच्चों को सिखाया है कि भगवान राम एक ‘पौराणिक कल्पना’ थे.

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