Kuwait Fire: कुवैत अग्निकांड में केरल के एक इंजीनियर की मौत, 5 दिन पहले पिता के साथ उसी कंपनी में किया था ज्वाइन
Kuwait Fire Accident: पिछले हफ्ते ही 27 वर्षीय श्रीहरि प्रदीप ने उस कंपनी में अपनी पहली नौकरी शुरू की, जहां उनके पिता एक दशक से काम कर रहे हैं. बुधवार को कुवैत के मंगफ इलाके में एक अपार्टमेंट इमारत में आग लगने से मरने वाले 49 लोगों में केरल का मैकेनिकल इंजीनियर भी शामिल था. वह भी एनबीटी ग्रुप की उसी इमारत में रहते थे, जहां उसके कई कर्मचारी रहते थे. श्रीहरि सिर्फ पांच दिन पहले उस कंपनी से जुड़े थे.
राज्य सरकार के अनुसार, आग में मरने वाले 49 लोगों में से लगभग 40 भारतीय थे, और उनमें से कम से कम 24 केरल से थे. श्रीहरि के पिता प्रदीप, जहां आग लगी थी, उससे तीन इमारतों की दूरी पर रहते थे और गुरुवार की सुबह, उन्होंने अस्पताल के मुर्दाघर में अपने बेटे की पहचान की.
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पिता को पता चला की उनका बेटा अस्पताल में भर्ती है
बुधवार को पूरे केरल के कोट्टायम जिले के इथिथानम में उनका परिवार प्रार्थना कर रहा था कि श्रीहरि जीवित मिल जाएं. इथिथानम में परिवार की पड़ोसी शैलजा सोमन ने कहा, “बुधवार को जब घटना हुई प्रदीप उस अपार्टमेंट में पहुंचे जहां उनका बेटा रह रहा था. आग लगने और सुरक्षाकर्मियों की चेतावनी के कारण वह अंदर नहीं जा सके.” तभी किसी ने प्रदीप को बताया कि श्रीहरि घायल हो गए हैं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है.
बेटे की तलाश में भागते रहे पिता
शैलजा ने बताया कि बुधवार के दिन हुए हुई आगजनी की घटना के बाद, प्रदीप अपने बेटे की तलाश में एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक दौड़ता रहा. आख़िरकार, अस्पताल के एक स्टाफ ने श्रीहरि के पहचान चिह्न मांगे – उनकी दोनों कलाइयों पर टैटू थे. इसके बाद स्टाफ सदस्य प्रदीप को मुर्दाघर ले गया, जहां उसने अपने बेटे के शव की पहचान की. पड़ोसी के मुताबिक, श्रीहरि जले नहीं थे, बल्कि धुएं के कारण दम घुटने से उनकी मौत हो गई.
प्रदीप ने लगभग एक दशक तक एनबीटीसी के लिए काम किया है और उनकी पत्नी दीपा एक गृहिणी हैं. श्रीहरि के अलावा, प्रदीप के और दो बेटे हैं अर्जुन, जो हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में काम करता है. वहीं तीसरा बेटा आनंद, जो रिटेल में क्षेत्र में काम करता है.