Dragon Capsule: जानिए क्या है SpaceX का ड्रैगन क्रू कैप्सूल, जो सुनीता विलियम्स को अंतरिक्ष से लाएगा वापस
SpaceX: फरवरी 2025 में भारतवंशी अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री बुच बैरी विलमोर धरती पर वापसी करेंगे. इस महत्वपूर्ण मिशन के लिए नासा ने SpaceX के Dragon Crew Capsule को चुना है. यह फैसला नासा के अंतरिक्ष अभियानों में SpaceX की अहम भूमिका को दर्शाता है. इस कैप्सूल ने अपनी शुरुआत से लेकर अब तक कई सफलताएं प्राप्त की हैं और यह मानवयुक्त अंतरिक्ष अभियानों का एक प्रमुख हिस्सा बन चुका है.
अंतरिक्ष में एक महत्वपूर्ण कदम
SpaceX का ड्रैगन कैप्सूल दुनिया का पहला निजी स्पेसक्राफ्ट है, जो नियमित रूप से ISS पर अंतरिक्ष यात्रियों और कार्गो को ले जाने का कार्य करता है. यह कैप्सूल अपने निर्माण के बाद से अब तक 46 बार लॉन्च किया जा चुका है, जिनमें से 42 बार इसे ISS तक पहुँचाया गया है. इसके अलावा, इस कैप्सूल में 25 बार रीफ्लाइट हुई है, जो इसे अंतरिक्ष अभियानों में एक अत्यंत विश्वसनीय साधन बनाता है.
ड्रैगन कैप्सूल की विशेषताएँ
ड्रैगन कैप्सूल की निर्माण क्षमता और इसकी तकनीकी विशेषताएँ इसे स्पेस मिशन के लिए खास बनाती है. इसका खाली वजन लगभग 7700 किलोग्राम होता है, और जब इसमें कार्गो और अंतरिक्ष यात्री होते हैं, तब इसकी अधिकतम वजन क्षमता 12,500 किलोग्राम तक पहुंच सकती है. यह कैप्सूल किसी भी ऑर्बिट में 6000 किलोग्राम तक का वजन पहुंचा सकता है.
कैप्सूल की लंबाई 15 फीट होती है, लेकिन प्रोपल्शन सिस्टम को मिलाकर यह 26.7 फीट तक बढ़ जाती है. इसके अंदर 13 फीट का व्यास और 12 फीट की चौड़ाई होती है, जो इसे अंतरिक्ष यात्रियों के लिए पर्याप्त जगह प्रदान करती है. यह कैप्सूल अपने दम पर धरती की निचली कक्षा में 10 दिन तक रह सकता है, लेकिन जब इसे ISS से जोड़ दिया जाता है, तो यह 210 दिनों तक अंतरिक्ष में रह सकता है.
ड्रैगन कैप्सूल के प्रकार
SpaceX ने ड्रैगन कैप्सूल के कई वैरिएंट बनाए हैं, जो विभिन्न अंतरिक्ष अभियानों के लिए उपयोग में लाए जाते हैं. अब तक 12 ड्रैगन कैप्सूल बनाए जा चुके हैं, जिनमें से 6 क्रू कैप्सूल हैं, 3 कार्गो कैप्सूल हैं, और 3 प्रोटोटाइप हैं. वर्तमान में, 8 ड्रैगन कैप्सूल ऑपरेशनल हैं, जिनमें से चार का उपयोग अंतरिक्ष यात्रियों के लिए किया जाता है और तीन का उपयोग कार्गो के लिए. एक प्रोटोटाइप भी अभी ऑपरेशनल है.
ड्रैगन कैप्सूल की पहली उड़ान
ड्रैगन कैप्सूल की पहली मानवरहित उड़ान 2 मार्च 2019 में हुई थी. इसके बाद, 20 मई 2020 को इस कैप्सूल की पहली मानवयुक्त उड़ान सफलतापूर्वक संपन्न हुई. इसी प्रकार, 6 दिसंबर 2020 को इसकी पहली कार्गो उड़ान भी सफल रही. इस कैप्सूल को स्पेसएक्स के फॉल्कन 9 ब्लॉक 5 रॉकेट से लॉन्च किया जाता है, और इसमें स्पेस स्टेशन तक जाने और वापस आने के लिए 2563 किलोग्राम ईंधन का उपयोग किया जाता है.
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