Kolkata: आरजी कर हॉस्पिटल के बाहर मिला संदिग्ध बैग, मची सनसनी, डॉक्टरों के प्रदर्शन स्थल पर रखा था बैग

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पास एक संदिग्ध लावारिस बैग मिलने से सनसनी फैल गई. ये बैग विरोध-प्रदर्शन के लिए बनाए गए प्रदर्शनकारियों के विरोध मंच के पास मिला.
RG Kar Medical College

आरजी कर मेडिकल कॉलेज के बाहर मिला संदिग्ध बैग

पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पास एक संदिग्ध लावारिस बैग मिलने से सनसनी फैल गई. ये बैग विरोध-प्रदर्शन के लिए बनाए गए प्रदर्शनकारियों के विरोध मंच के पास मिला. सूचना के बाद बम स्क्वॉड को बुलाया गया. बैग खोलकर जब उसकी जांच की गई तो उसमें पानी की बोतल और कुछ कपड़े मिले. पुलिस फिलहाल यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बैग यहां किसने रखा है.

बता दें कि रेजिडेंट-डॉक्टर के साथ रेप-मर्डर की वारदात के बाद कोलकाता का आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल लगातार सुर्खियों में बना हुआ है. आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल के खिलाफ आर्थिक अनियमित्ताओं की जांच भी चल रही है, जिसमें प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम लगातार छापेमारी कर रही है.

ये भी पढ़ें- ‘राहुल गांधी का भी होगा इंदिरा जैसा होगा…’ , कांग्रेस ने शेयर किया BJP नेता का धमकी भरा वीडियो

चर्चा में क्यों है आरजी कर मेडिकल कॉलेज

कोलकाता के आरजी कर मेडिकल अस्पताल के सेमिनार हॉल से 9 अगस्त को 31 साल की ट्रेनी महिला डॉक्टर का शव मिला था. उसके शरीर से कपड़े गायब थे. खून बह रहा था. शरीर पर चोटों के निशान थे. इस घटना के बाद रेजिडेंट डॉक्टर्स में नाराजगी बढ़ गई थी और वे हड़ताल पर चले गए थे. मामले में पुलिस ने आरोपी संजय रॉय को गिरफ्तार किया है.

सेमिनार हॉल चली गई थी लेडी डॉक्टर

बता दें कि ट्रेनी डॉक्टर की उम्र 31 साल थी, जो उस दिन तीन और डॉक्टर्स के साथ नाइट ड्यूटी पर थी. इनमें दो डॉक्टर चेस्ट मेडिसिन डिपार्टमेंट थे, एक ट्रेनी थी. एक कर्मचारी अस्पताल के हाउस स्टाफ से था. उस रात को इन सभी डॉक्टर्स और कर्मचारियों ने साथ में खाना खाया था. इसके बाद महिला डॉक्टर रात को करीब दो बजे सोने के लिए अस्पताल के सेमिनार हॉल में चली गई थी.

आरोपी ने रेप के बाद कर दी थी हत्या

संजय रॉय नाम का आरोपी पीछे के रास्ते से इस सेमिनार हॉल में आया और लेडी डॉक्टर के साथ रेप कर उसकी हत्या कर दी थी. आरोपी ना तो अस्पताल के स्टाफ से था, ना ही किसी मरीज का कोई रिश्तेदार था. वो कोलकाता पुलिस के लिए सिविक वांलटियर का काम करता था.

ज़रूर पढ़ें