‘देश आज ‘कमल’ के ‘चक्रव्यूह’ में फंसा है’, हम इसे तोड़ने जा रहे हैं, संसद में राहुल का बीजेपी पर बड़ा हमला
Rahul Gandhi In Lok Sabha: लोकसभा में कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने किसान, पेपर लीक, ‘देश में फैले डर’, बजट और टैक्स से जुड़े मुद्दों पर मोदी सरकार को घेरा. राहुल ने बोलते हुए कहा कि देश में डर का माहौल है, यह डर पूरे देश में फैला हुआ है. बीजेपी के अंदर लोग डरे हुए हैं, मंत्री डरे हुए हैं और देश के किसान डरे हुए हैं. इसके बाद उन्होंने अभिमन्यु से जुड़ी प्राचीन घटना का जिक्र करते हुए सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हजारों साल पहले हरियाणा में अभिमन्यु को 6 लोगों ने चक्रव्यूह में मारा था. चक्रव्यूह के अंदर डर और हिंसा होती है और अभिमन्यु को उसमें फंसाकर 6 लोगों ने मारा.
लोकसभा में बोलते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि मैंने चक्रव्यूह के बारे में रिसर्च की और पता लगा कि इसका एक दूसरा नाम होता है- पद्मव्यू , जो कमल के फूल के आकार का होता है. राहुल गांधी ने आगे कहा कि इक्कीसवीं सदी में एक नया चक्रव्यूह आया है, वो भी कमल के आकार का है. जिस चक्रव्यूह में अभिमन्यु को फंसाया गया था, वहीं हिंदुस्तान की जनता के साथ हो रहा है.
पीएम मोदी पर राहुल गांधी का निशाना
राहुल गांधी ने आगे कहा कि ऐसा ही हिन्दुस्तान के युवाओं, किसानों, माताओं-बहनों, स्माल और मीडियम बिजनेस के साथ किया जा रहा है. इस चक्रव्यूह का चिन्ह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी छाती पर लेकर चलते हैं. महाभारत वाले चक्रव्यूह को 6 लोग द्रोणाचार्य, कर्ण, कृर्पाचार्य, कृ्तवर्मा, अश्वधामा और शकुनी कंट्रोल कर रहे थे और आज भी 6 लोग कंट्रोल कर रहे हैं, जिसमें नरेंद्र मोदी जी, अमित शाह जी, मोहन भागवत जी, अजित डोवाल जी, अंबानी और अडानी जी हैं.
“हम इस ‘चक्रव्यूह’ को तोड़ने जा रहे हैं”
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, “आपने जो ‘चक्रव्यूह’ बनाया है इससे करोड़ों लोगों को नुकसान पहुंच रहा है. हम इस ‘चक्रव्यूह’ को तोड़ने जा रहे हैं. ऐसा करने का सबसे बड़ा तरीका जिससे आप सब डरते हैं वह जाति जनगणना है. जैसा कि मैंने कहा कि INDIA गठबंधन इस सदन में गारंटीकृत कानूनी एमएसपी पारित करेगा वैसे ही मैं कह रहा हूं कि इस सदन में जाति जनगणना हम पास करके आपको दिखाएंगे.”
लोकसभा में बोलते हुए राहुल गांधी ने बजट सत्र से पहले वित्त मंत्रालय में आयोजित पारंपरिक हलवा समारोह का पोस्टर दिखाते हुए कहा, “इस फोटो में बजट का हलवा बांटा जा रहा है. मुझे इसमें एक भी ओबीसी, आदिवासी या दलित अधिकारी नहीं दिख रहा… 20 अधिकारियों ने हिंदुस्तान का बजट तैयार किया…हिंदुस्तान का हलवा 20 लोगों ने बांटने का काम किया है.”