Lok Sabha Election 2024: क्या AAP को पंजाब में उम्मीदवार खोजने में मिल रही चुनौती? इस फैसले से मिल रहे संकेत
Lok Sabha Election 2024: आम आदमी पार्टी पंजाब में इस बार इंडी गठबंधन से अलग अकेले चुनाव लड़ रही है. पार्टी ने बीते दिनों राज्य में लोकसभा चुनाव के लिए अपने आठ उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया था. इन आठ उम्मीदवारों में पांच उम्मीदवार पंजाब सरकार के मंत्री हैं. पार्टी ने एक मौजूदा सांसद, एक कांग्रेसी नेता और एक पंजाबी गायक को टिकट दिया है. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार आम आदमी पार्टी को पंजाब में कम से कम चार लोकसभा चुनाव को अपने स्तर से जीतने योग्य उम्मीदवारों को खोजने में कठिनाई हो रही है.
AAP इस चुनाव के लिए राज्य सरकार में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह को पटियाला, बठिंडा से कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुडियां, अमृतसर से एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल, खडूर साहिब से मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर और संगरूर से खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर उम्मीदवार बनाया है. इसके अलावा जालंधर से मौजूदा सांसद सुशील कुमार रिंकू, फतेहगढ़ साहिब से पूर्व कांग्रेस विधायक गुरप्रीत सिंह जीपी और फरीदकोट से कलाकार करमजीत अनमोल को उम्मीदवार बनाया है.
बाहरी को बनाया उम्मीदवार
पार्टी सूत्रों की मानें तो संगरूर से ताल्लुक रखने वाले अनमोल को फरीदकोट में बाहरी उम्मीदवार बताया जा रहा है. संगरूर आरक्षित सीट होने के बावजूद AAP ने अनमोल को वहां से उम्मीदवार बनाया गया क्योंकि यह एक सामान्य सीट है. अब होशियारपुर सीट पर कांग्रेस से आए एक विधायक डॉ. राज कुमार चब्बेवाल को मैदान में उतार सकती है. लेकिन 2014 में पंजाब में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ने के 10 साल बाद गुरदासपुर, आनंदपुर साहिब, लुधियाना और फिरोजपुर सीटों पर पार्टी को उम्मीदवारों खोजने के लिए कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा रहा है.
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2014 में पार्टी ने चार लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की थी और फिर 2022 के विधानसभा चुनाव में 117 में से 92 सीटों पर जीत हासिल की. लेकिन आठ उम्मीदवारों के ऐलान और पार्टी के बीते दिनों के फैसले से यह साफ होने लगा है कि राज्य में लोकसभा चुनाव के लिए AAP को उम्मीदवार खोजने में चुनौती का सामने करना पड़ रहा है. खास बात यह है कि राज्य में AAP के सामने कांग्रेस, अकाली दल और बीजेपी की सीधी चुनौती है. अगर आने वाले दिनों में बीजेपी और अकाली दल के बीच गठबंधन होता है तो यह चुनौती और बढ़ सकती है.