Lok Sabha Election 2024: राहुल गांधी ने मुंबई से खींची INDI और NDA के बीच की लकीर, अब आगे के फैसलों पर होगी नजर

Lok Sabha Election 2024: मुंबई में राहुल गांधी और उद्धव ठाकरे के साथ डॉ. बीआर अंबेडकर के समाधि स्थल पर गए.
Bharat Jodo Nyay Yatra

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ अन्य नेता

Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में हुई भारत जोड़ो न्याया यात्रा अब खत्म हो गई है. यात्रा के अंतिम दिन मुंबई में इंडी गठबंधन के नेताओं को संयुक्त रैली हुई. इस रैली से पहले राहुल गांधी ने मुंबई में एक यात्रा के जरिए सियासी संकेत दिए हैं. उन्होंने पहले मुंबई के शिवाजी पार्टी में रैली करने से पहले अपनी यात्रा के जरिए एनडीए और इंडी गठबंधन के बीच की लकीर को खींचा है.

राहुल गांधी ने अंतिम दिन अपने यात्रा की शुरूआत मणि भवन से की. यह वही जगह है जो बंबई में महाराष्ट्र गांधी का लंबे समय तक दफ्तर रहा. उन्होंने अपनी यात्रा का अंत चैत्य भूमि से किया, जो डॉ. बीआर अंबेडकर के समाधि स्थल है. हालांकि इस दौरान राहुल और उद्धव ठाकरे के साथ चैत्य भूमि के सामने स्थित विनायक दामोदर सावरकर के स्मारक पर नहीं गए. लेकिन इसी दौरान वह बाल ठाकरे के स्मारक पर गए.

बीजेपी ने खड़े किए सवाल

कांग्रेस नेता के इस फैसले पर बीजेपी ने बिना मौका गंवाए राहुल गांधी के जरिए उद्धव ठाकरे पर जुबानी हमला बोला. बीजेपी ने राहुल गांधी के हिंदुत्व वाली प्रतिबद्धता पर सवाल खड़े किए. लेकिन राहुल गांधी ने इन संकेतों के माध्यम से स्पष्ट कर दिया कि वह बीजेपी के सहयोगियों से इतर अपने गठबंधन के नेताओं के साथ तेजी से आगे बढ़ने की राह पर चल निकले हैं.

उन्होंने अपनी इस अंतिम दिन की यात्रा के जरिए स्पष्ट करने की कोशिश की कि कांग्रेस ने अपने सहयोगियों को यात्रा से दूर रखने की कोशिश की. इसके लिए मंच पर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ उद्धव ठाकरे भी मौजूद थे. जबकि ऐतिहासिक शिवाजी पार्क में आयोजित रैली में कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता और सहयोगी दलों के तमाम नेता मौजूद रहे.

एकजुट दिखे इन पार्टियों के नेता

मंच पर कांग्रेस नेताओं के साथ शरद पवार और इंडी गठबंधन के डीएमके, नेशनल कांफ्रेंस, आम आदमी पार्टी और आरजेडी के नेता नजर आए. हालांकि समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव इस समारोह में शामिल नहीं हुए लेकिन उन्होंने अपने पत्र के जरिए मैसेज देने की पूरी कोशिश की.

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इंडी गठबंधन के नेताओं ने इस साझा कार्यक्रम के दौरान नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर ‘तनाशाही’, ‘सांप्रदायिकता’ और ‘भ्रष्टाचार’ का आरोप लगाते हुए आगे के लिए एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम तय कर लिया. अब इस यात्रा के खत्म होने के बाद कांग्रेस अब आगे लोकसभा चुना की तैयारियों में जुट गई है.

पार्टी महाराष्ट्र और बिहार समेत कई राज्यों में अपने गठबंधन को अंतिम रुप देने में लगी हुई है. इसके साथ ही अगले कुछ दिनों में पार्टी अपने उम्मीदवारों के नाम का एलान कर चुनाव तैयारी के लिए मैदान में आ जाएगा.

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