PK के बाद योगेंद्र यादव ने BJP को लेकर किया बड़ा दावा, जानिए भगवा पार्टी को कितनी सीटें मिलने का लगाया अनुमान

Lok Sabha Election 2024: योगेंद्र यादव के अनुसार लोकसभा चुनाव में भाजपा को 240-260 और एनडीए की सहयोगी दलों को 35-45 सीटें मिल सकती हैं.

योगेंद्र यादव

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रदर्शन को लेकर पोल पंडितों की भविष्यवाणियों ने सियासी तापमान बढ़ा रखा है. इस बीच चुनाव विशेषज्ञ योगेंद्र यादव ने भी अपना आकलन साझा किया है. योगेंद्र यादव का मानना है कि भाजपा 260 से ज्यादा सीटें नहीं जीत पाएगी. लेकिन अपने सहयोगियों के साथ मिलकर तीसरी बार सरकार बनाने में कामयाब होगी.

योगेंद्र यादव के अनुसार, लोकसभा चुनाव में भाजपा को 240-260 और एनडीए की सहयोगी दलों को 35-45 सीटें मिल सकती हैं. वहीं, इस आकलन पर देश के जाने-माने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. उन्होंने कहा, “देश में चुनाव और सामाजिक राजनीतिक विषयों की समझ रखने वालों में एक विश्वसनीय चेहरा योगेंद्र यादव ने लोकसभा चुनाव का अपना फाइनल आकलन साझा किया है. योगेंद्र यादव के मुताबिक इन चुनावों में भाजपा को 240-260 और एनडीए की साथी दलों को 35-45 सीटें मिल सकती हैं. मतलब भाजपा/एनडीए को 275-305 सीटें.”

किशोर ने आगे कहा, “देश में सरकार बनाने के लिए 272 सीटें चाहिए और आउटगोइंग लोकसभा में भाजपा/एनडीए की 303/323 सीटें हैं. (शिवसेना ने एनडीए के हिस्से के रूप में 18 सीटें जीतीं, लेकिन अब वह उनके साथ नहीं है). अब खुद आकलन कर लीजिए कि किसकी सरकार बन रही हैं. बाकी 4 जून को पता चल जाएगा कि कौन किसकी बात कर रहा है.”

दरअसल, प्रशांत किशोर ने भी बीते दिनों अपना आकलन साझा किया था. उनका मानना है कि प्रधानमंत्री मोदी 4 जून को 2019 की तरह ही या उससे थोड़े बेहतर आंकड़ों के साथ सत्ता में लौटेंगे. बता दें कि इस दावे के बाद विवाद हुआ था.

अमेरिकी पोल पंडित की भविष्यवाणी

उधर, पॉलिटिकल एक्सपर्ट और रिस्क एंड रिसर्च कन्सल्टिंग फर्म यूरेशिया ग्रुप के संस्थापक इयान ब्रेमर ने अनुमान लगाया है कि भाजपा के 295 से 315 सीटें जीतने की उम्मीद है. एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में ब्रेमर ने कहा कि मौजूदा दौर में राजनीतिक तौर पर भारत सबसे अधिक स्थिर देश है. उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि भारत अगले साल तक विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. वहीं, 2028 तक यह विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है.”

ज़रूर पढ़ें