Mahashivratri 2024: देशभर में महाशिवरात्रि की धूम, मंदिरों में पहुंच रहे शिव भक्त, काशी विश्वनाथ में उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़

Mahashivratri 2024: देशभर में आज महाशिवरात्रि मनाई जा रही है. शिवभक्त भोले बाबा की अराधना में लगे हुए हैं. मध्य प्रदेश के महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व की धूम पिछले नौ दिनों से मची हुई है.
Mahashivratri 2024

महाशिवरात्रि 2024

Mahashivratri 2024: देशभर में आज महाशिवरात्रि मनाई जा रही है. शिवभक्त भोले बाबा की अराधना में लगे हुए हैं. मध्य प्रदेश के महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व की धूम पिछले नौ दिनों से मची हुई है. वहीं, झारखंड के देवघर पहुंच भारी संख्या शिवभक्तों ने बाबा बैद्यनाथ की पूजा-अर्चना कर रहे हैं. महाशिवरात्रि के इस पावन अवसर पर वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर के बाहर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है. देश के कोने-कोने में महाशिवरात्रि की धूम मची है.

महाशिवरात्रि हिंदुओं का खास त्योहार है इसे माघ महीने में अमावस्या वाले दिन मनाया जाता है. इस दिन भगवान शिव की आराधना और उपासना खास तौर पर की जाती है. महाशिवरात्रि के अवसर पर देश भर में भोलेनाथ के भक्त मंदिरों में जाकर शिव भगवान की पूजा, अभिषेक करते हैं. इस खास मौके पर भारत में मौजूद अलग-अलग मंदिरों महाशिवरात्रि को महापर्व के रूप में मनाया जाता है.

महाशिवरात्रि के अवसर पर पूजा-अर्चना करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु बाबा बैद्यनाथ मंदिर पहुंचे. 

महाराष्ट्र के नासिक में महाशिवरात्रि के अवसर पर पूजा-अर्चना करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु त्र्यंबकेश्वर मंदिर पहुंचे.

रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने ओडिशा के पुरी में 500 ‘शिवलिंग’ से भगवान शिव की रेत से कलाकृति बनाई.

महाराष्ट्र के मुंबई में शिवरात्रि के अवसर पर श्रद्धालुओं ने बाबुलनाथ मंदिर में भगवान शिव के दर्शन कर पूजा-अर्चना किए.

दूल्हे की भांति महाकाल की सजावट

महाशिवरात्रि के अवसर पर देशभर के तमाम मंदिरों में देर रात से ही भक्तों का हुजूम टूट पड़ा है. उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर हो या फिर काशी का विश्वनाथ मंदिर भक्त उत्साह से भरे नजर आ रहे हैं. सुबह-सुबह भगवान महाकाल की भस्म आरती हुई. महाकाल को दूल्हे की भांति ही सजाया गया है.

काशी में शिव विवाह का आयोजन

महाशिवरात्रि के इस महापर्व के अवसर पर काशी विश्वनाथ मंदिर में शिवभक्त भगवान शिव और माता गौरा के विवाह के साक्षी बनेंगे. पूर्व महंत डॉ. कुलपति तिवारी का आवास जनवासा बनेगा तो श्री काशी विश्वनाथ मंदिर का गर्भगृह मंडप में तब्दील हो जाएगा. शिवयोग, सर्वार्थ सिद्धि, सिद्धि योग और शुक्र प्रदोष के संयोग में महाशिवरात्रि का महापर्व मनेगा. भगवान शिव और मां गौरा के विवाहोत्सव के आयोजन होंगे.

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