Manmohan Singh Memorial: दिल्ली में ही बनेगा मनमोहन सिंह का स्मारक, सरकार ने बताया पूरा प्लान, कांग्रेस ने उठाई थी मांग
Manmohan Singh Memorial: गुरुवार, 26 दिसंबर को देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने दिल्ली के AIIMS में अंतिम सांस ली. इसके बाद से ही देश में शोक का माहौल है. आज, शनिवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. दिल्ली के निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. अब इसी अंतिम संस्कार को लेकर सियासत की जा रही है
कांग्रेस ने मनमोहन सिंह के स्मारक की मांग उठाई थी
निगम बोध घाट पर मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर कांग्रेस ने अपनी नाराजगी जताई है. कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा है कि सरकार पूर्व पीएम का स्मारक बनाने के लिए जमीन तक नहीं तलाश पाई. ये देश के पहले सिख पीएम का अपमान है. बता दें, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मोदी-शाह से मांग की थी कि मनमोहन सिंह का जहां अंतिम संस्कार हो, वहीं स्मारक बनाया जाए. जिसके बाद गृह मंत्रालय ने देर रात बताया कि स्मारक की सही जगह तय करने में कुछ दिन लग सकते हैं.
स्मारक पर राजनीति
गृह मंत्रालय के इस बयान के बाद से दिल्ली सहित देश भर में राजनीति गरमाई हुई है. शुक्रवार सुबह सरकार को कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष की ओर से पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय डॉ. मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए जगह आवंटित करने का अनुरोध प्राप्त हुआ था. मोदी कैबिनेट बैठक के तुरंत बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और स्वर्गीय डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार को बताया कि सरकार स्मारक के लिए जगह आवंटित करेगी. इस बीच दाह संस्कार और अन्य औपचारिकताएं पूरी की जा सकती हैं. क्योंकि एक ट्रस्ट का गठन किया जाना है और इसके लिए जगह आवंटित की जानी है.
स्मारक को लेकर शाह के बयान के बाद कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक के लिए स्थान न तय करना देश के पहले सिख प्रधानमंत्री का जानबूझकर अपमान है.
यह भी पढ़ें: पूर्व PM के निधन पर भावुक हुए Shivraj Singh, बताया कैसे एक फोन कर Manmohan Singh ने तुड़वा दिया था उनका अनशन
सरकार का बयान
इस पूरे मामले पर सरकार ने कहा है कि मनमोहन सिंह का स्मारक दिल्ली में बनेगा. शुक्रवार देर रात गृह मंत्रालय ने कहा, ‘आज (शुक्रवार) सुबह कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष ने सरकार से पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय डॉ. मनमोहन सिंह के लिए स्मारक बनाने के लिए जगह आवंटित करने का अनुरोध किया. कैबिनेट की बैठक के तुरंत बाद गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और डॉ. मनमोहन सिंह के परिवार को सूचित किया कि सरकार स्मारक के लिए जगह आवंटित करेगी. इस बीच अंतिम संस्कार और अन्य औपचारिकताएं पूरी की जा सकती हैं. क्योंकि इसके लिए एक ट्रस्ट बनाना होगा और जगह तय करनी होगी. पूर्व पीएम का स्मारक दिल्ली में ही बनेगा.’
कांग्रेस ने डॉ. सिंह को कभी सम्मान नहीं दिया
मनमोहन सिंह के स्मारक को लेकर कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा ने कहा है कि उन्होंने डॉ. सिंह को कभी सम्मान नहीं दिया, अब राजनीति कर रहे हैं. भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को बताया है कि भूमि अधिग्रहण, ट्रस्ट के गठन जैसी प्रक्रियाओं के पूरा होने के बाद जो भी समय लगेगा, वह काम उचित तरीके से और जल्द से जल्द किया जाएगा.
उन्होंने आगे कहा- कांग्रेस ने डॉ. सिंह को कभी सम्मान नहीं दिया. आज उनके निधन के बाद भी राजनीति कर रही है. डॉ. सिंह 10 साल तक PM पद संभालने वाले नेहरू-गांधी परिवार के बाहर पहले प्रधानमंत्री थे. आज दुख की इस घड़ी में राजनीति से बचना चाहिए. PM मोदी की सरकार ने दलगत भावनाओं से ऊपर उठकर सभी नेताओं को सम्मान दिया है.
नरसिम्हा राव का स्मारक कांग्रेस से नहीं भाजपा ने बनवाया
भाजपा नेता सीआर केसवान ने कहा- UPA सरकार ने नरसिम्हा राव के लिए दिल्ली में कभी कोई स्मारक नहीं बनाया. केवल पीएम मोदी ही थे जिन्होंने 2015 में नरसिम्हा राव के लिए एक स्मारक की स्थापना की और उन्हें 2024 में मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित किया. राव के पार्थिव शरीर को कांग्रेस मुख्यालय में भी नहीं रखा गया था. कांग्रेस के ऐतिहासिक पापों को हमारा देश कभी नहीं भूलेगा. और अभी जब मनमोहन सिंह का निधन हुआ है तो इसपर भी राजनीति उन्होंने शुरू कर दी है.