जब सेनाएं सफलता हासिल कर रही थीं, तब क्यों रोका ऑपरेशन सिंदूर? SP सांसद के सवालों का सरकार ने दिया जवाब
सेना ने जारी किया ऑपरेशन सिंदूर का नया वीडियो
Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर को लेकर संसद के मानसून सत्र (Parliament Monsoon Session) में जमकर हंगामा हो रहा है. विपक्ष लगातार सदन में इस पर चर्चा की मांग करता रहा है और हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही स्थगित होती रही है. गुरुवार को भी राज्यसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर जमकर हंगामा हुआ. इस दौरान समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन ने सवाल किया कि क्या यह सच है कि ऑपरेशन सिंदूर की घोषणा अंतरराष्ट्रीय दबाव में की गई? इस पर सरकार की तरफ से जवाब दिया गया है.
सपा सांसद ने किया सवाल
राज्यसभा में रामजी लाल सुमन ने पूछा कि अचानक ऑपरेशन सिंदूर रोकने का क्या असर हुआ? क्योंकि हमारी सेनाएं सफलता प्राप्त कर रही थीं. इस पर विदेश राज्यमंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने जवाब दिया और कहा कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों द्वारा एक बर्बर सीमा पार आतंकी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था.
विदेश राज्य मंत्री ने दिया जवाब
कीर्ति वर्धन सिंह ने सपा सांसद के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का मकसद पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को ध्वस्त करना और उन आतंकियों को खत्म करना था. जो भारत में घुसपैठ की कोशिश में थे. विदेश राज्य मंत्री ने यह भी कहा कि भारत की कार्रवाई नपी-तुली और उकसावे से बचने वाली थी.
In a written reply in Rajya Sabha on 'Operation Sindoor', MoS MEA Kirti Vardhan singh stated, "Operation Sindoor was launched to respond to a barbaric cross-border terror attack by Pakistan-sponsored terrorists. It focused on dismantling terrorist infrastructure and neutralizing… pic.twitter.com/SDV2f7JlHk
— ANI (@ANI) July 25, 2025
कीर्ति वर्धन सिंह ने सरकार की तरफ से जवाब देते हुए कहा कि जब भारत आतंकी ठिकानों पर निशाना साध रहा था, तब पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए नागरिक इलाकों और कुछ सैन्य संस्थानों को निशाना बनाने की कोशिश की. इन उकसावे भरी हरकतों का भारतीय फौज ने ठोस और निर्णायक जवाब दिया, जिससे पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ.
सीजफायर के लिए पाक ने की गुजारिश- कीर्ति वर्धन सिंह
वहीं सीजफायर के सवाल का जवाब देते हुए विदेश राज्य मंत्री ने कहा कि इस नुकसान के बाद 10 मई को पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स (DGMO) ने भारत के सैन्य अधिकारियों से संपर्क किया और कार्रवाई रोकने की गुजारिश की. फिर दोनों देशों की सहमति के बाद उसी दिन सीजफायर लागू हो गया था.
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6-7 मई की दरमियानी रात शुरू हुआ था ऑपरेशन सिंदूर
बता दें कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश था. पाकिस्तान प्रायोजित टीआरएफ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी. इसके बाद भारतीय सेना ने 6-7 मई की दरमियानी रात को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था. इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था.