रिजल्ट से पहले MVA अलर्ट, पलटी न मार जाए विधायक? शरद पवार-उद्धव ठाकरे ने दी ‘सेफ्टी मंत्र’
Maharashtra Election: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के नतीजे आने से पहले मुख्यमंत्री बनने की दौड़ और तेज हो गई है. महाविकास अघाड़ी (MVA) और महायुति के बीच सीएम के चेहरे को लेकर कड़ी प्रतिस्पर्धा चल रही है. इस बीच, MVA खेमे में संभावित टूट को लेकर एक बार फिर सतर्कता बढ़ गई है. NCP के नेता शरद पवार और शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने पार्टी नेताओं के साथ ऑनलाइन बैठक की और उन्हें सतर्क रहने की सलाह दी, ताकि चुनावी नतीजे आने के बाद किसी विधायक को दूसरे खेमे से प्रलोभन या दबाव का सामना न करना पड़े.
विधायकों को दिए गए ‘सेफ्टी मंत्र’
शरद पवार और उद्धव ठाकरे ने अपनी बैठक में पार्टी के उम्मीदवारों और विधायकों से कहा कि चुनाव के बाद वे महायुति के किसी भी प्रलोभन से बचें और महाविकास अघाड़ी के साथ ही रहें. यह कदम खासतौर पर इसलिए उठाया गया, क्योंकि महाराष्ट्र में पिछले कुछ सालों में राजनीतिक घटनाक्रमों ने गठबंधनों को बार-बार बदलते देखा है. जून 2022 में एकनाथ शिंदे के बगावत के बाद उद्धव ठाकरे की सरकार गिर गई, वहीं जुलाई 2023 में अजित पवार ने शरद पवार से अलग होकर महायुति में शामिल हो गए थे, जिसके बाद राज्य की राजनीति में नए समीकरण उभर कर सामने आए.
विधायक सुरक्षित रखने की तैयारी
MVA के नेताओं ने यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं कि उनके चुनावी उम्मीदवारों और विधायकों को कोई नुकसान न हो. सूत्रों के अनुसार, नतीजों से पहले ही दोनों नेताओं ने मुंबई में सभी उम्मीदवारों के लिए अस्थायी आवास की व्यवस्था की है, ताकि जीतने वाले विधायक सुरक्षित रह सकें और महायुति के दबाव से बच सकें.
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सीएम के चेहरे को लेकर विवाद
वहीं, महाविकास अघाड़ी के भीतर मुख्यमंत्री पद को लेकर तकरार भी साफ नजर आ रही है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने पहले ही यह घोषणा की थी कि MVA की सरकार कांग्रेस के नेतृत्व में बनेगी, लेकिन इस बयान पर शिवसेना (UBT) के सांसद संजय राउत ने अपनी असहमति जताते हुए कहा कि सीएम का चेहरा सभी घटक दलों के साथ चर्चा के बाद तय होगा.
MVA गठबंधन में कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे) और एनसीपी (शरद पवार) शामिल हैं, जबकि महायुति में बीजेपी, शिवसेना (शिंदे गुट) और एनसीपी (अजित पवार) गुट हैं. दोनों गठबंधनों ने राज्य में अपनी सरकार बनाने का दावा किया है. कई एग्जिट पोल्स ने महायुति के सत्ता में आने की संभावना जताई है.
महायुति के चेहरे को लेकर बयानबाजी
महायुति की ओर से शिवसेना विधायक संजय शिरसाट ने कहा कि विधानसभा चुनाव एकनाथ शिंदे के चेहरे पर लड़ा गया है और उन्हें मुख्यमंत्री बनने का पूरा हक है. वहीं बीजेपी नेता प्रवीण दरेकर ने कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस सबसे उपयुक्त नाम हैं. एनसीपी नेता अमोल मिटकरी ने भी अजित पवार के मुख्यमंत्री बनने की संभावना पर जोर दिया है.
नतीजों के बाद क्या होगा?
अब सभी की निगाहें 23 नवंबर को नतीजों पर हैं, जो यह तय करेंगे कि महाराष्ट्र की राजनीति का अगला अध्याय किसके हाथ में होगा. कुल 288 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुआ है, और नतीजे के बाद राज्य में किसकी सरकार बनेगी, यह अब देखना होगा.