राम मंदिर से लेकर आर्टिकल-370 तक…कई ऐतिहासिक फैसलों में निभाया अहम किरदार, जानें कौन हैं नए CEC Gyanesh Kumar

CEC Gyanesh Kumar: अब देश के नए मुख्य चुनाव आयुक्त (26th Chief Election Commissioner) ज्ञानेश कुमार होंगे. वे 19 फरवरी को 26वें CEC पद की शपथ लेंगे. इनका कार्यकाल 26 फरवरी 2029 तक चलेगा. वहीं, मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 18 फरवरी को रिटायर हो रहे हैं.
Gyanesh Kumar

चीफ इलेक्शन कमिश्नर के तौर पर ज्ञानेश कुमार के नाम पर मुहर लगी

CEC Gyanesh Kumar: सोमवार, 17 फरवरी को PM मोदी की अध्यक्षता वाले समिति ने नए CEC यानी चीफ इलेक्शन कमिश्नर के तौर पर ज्ञानेश कुमार (Gyanesh Kumar) के नाम पर मुहर लगाई है. अब देश के नए मुख्य चुनाव आयुक्त (26th Chief Election Commissioner) ज्ञानेश कुमार होंगे. वे 19 फरवरी को 26वें CEC पद की शपथ लेंगे. इनका कार्यकाल 26 फरवरी 2029 तक चलेगा. वहीं, मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार 18 फरवरी को रिटायर हो रहे हैं.

ऐसे अब लोगों की जिज्ञासा है कि देश आगामी सालों में होने वाले चुनावों का कार्यभार संभालने वाले ज्ञानेश कुमार आखिर कौन हैं? वो इससे पहले किस पद पर थे और उन्होंने ऐसा क्या काम किया है जिससे उन्हें देश का CEC बनाया गया? तो चलिए जानते हैं ज्ञानेश कुमार के बारे में जिन्होंने देश के कई ऐतिहासिक फैसलों में अहम किरदार निभाया है.

क्या होगी शुरूआती जिम्मेदारी?

मौजूदा CEC राजीव कुमार के बाद ज्ञानेश कुमार सबसे वरिष्ठ चुनाव आयुक्त हैं. इस साल बिहार में विधानसभा चुनाव होना है. वहीं, 2026 में पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, असम जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में वो इन चुनावों के प्रभारी होंगे. इसके साथ ही 2027 में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनाव मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार के कार्यकाल में ही होंगे.

हालांकि, 2029 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले ही उनका कार्यकाल समाप्त हो जाएगा. चुनाव आयुक्त के रूप में उनका कार्यकाल 26 जनवरी 2029 तक है. इस दौरान वह देश के कई राज्यों में चुनाव का कार्यभार संभालेंगे.

कौन हैं नए CEC ज्ञानेश कुमार?

केरल कैडर के 1988 बैच के IAS हैं. वह IAS अधिकारी के तौर पर केंद्रीय गृह मंत्रालय का हिस्सा रहे हैं. उन्होंने 2019 में जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म करने वाले विधेयक का मसौदा तैयार करने में मदद की थी. इतना ही नहीं इन्होंने तीन तलाक को खत्म करने से जुड़ी मसौदा समिति में भी अहम भूमिका निभाई है.गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के पद पर रहते हुए इन्होंने अयोध्या में राम मंदिर से जुड़े मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान संबंधित दस्तावेजों को संभालने की जिम्मेदारी भी निभाई थी.

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वह मई 2022 से अमित शाह के नेतृत्व वाले मंत्रालय में सचिव रहे थे. उनके पास गृह मंत्रालय में काम करने का पांच सालों का तजुर्बा है. इससे पहले वह मई 2016 से सितंबर 2018 तक संयुक्त सचिव के रूप में रहे. फिर सितंबर 2018 से अप्रैल 2021 तक अतिरिक्त सचिव के रूप में उन्होंने काम किया.

इन्होंने कानपुर में भारतीय इंजीनियरिंग संस्थान (IIT Kanpur) से सिविल इंजीनियरिंग में बी-टेक की डिग्री प्राप्त की है. नए CEC ने इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट्स ऑफ इंडिया से बिजनेस फाइनेंस की भी पढ़ाई की है. वो पिछले साल सहकारिता मंत्रालय के सचिव थे और 31 जनवरी 2024 को रिटायर हुए थे.

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