जबरन वसूली केस में NIA ने गोल्डी बरार पर कसा शिकंजा, गैंगस्टर से जुड़े 9 ठिकानों पर हुई छापेमारी
Goldy Brar News: केंद्रीय जांच एंजेसी एनआई ने भगोड़े गैंगस्टर गोल्डी बरार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. एनआई ने गुरुवार को बरार और उसके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी करके डिजिटल डिवाइस समेत आपत्तिजनक सामग्री जब्त की गई है. जांच एंजेसी ने यह छापेमारी जबरन वसूली और गोलीबारी के मामले में की है .
जानकारी के मुताबिक, एनआई ने सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बरार से जुड़े नौ ठिकानों पर छापेमारी की है. यह कार्रवाई चंडीगढ़ में एक पीड़ित के घर पर जबरन वसूली और गोलीबारी से संबंधित मामले को लेकर की गई है. मामला स्थानीय पुलिस ने इस साल 20 जनवरी को दर्ज किया था और केंद्रीय जांच एंजेसी ने 18 मार्च को जांच अपने हाथ में ले ली थी.
NIA ने लोगों से मांगी मदद
एनआई ने गोल्डी बरार और उसके गैंग के बारे में जानकारी के लिए लोगों से मदद भी मांगी है. चंडीगढ़ में दर्ज जबरन वसूली और गोलीबारी के मामले में एनआईए की टीमों ने गुरुवार को बरार और उसके सहयोगियों से जुड़े 9 ठिकानों की तलाशी ली. यह छापेमारी एनआईए द्वारा पिछले साल जयपुर में श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना चीफ सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में संलिप्तता के लिए गोल्डी बरार और 11 अन्य आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर करने के एक दिन बाद की गई है.
एनआईए की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि जानकारी लैंडलाइन नंबर 0172-2682901 या मोबाइल नंबर 7743002947 (टेलीग्राम/व्हाट्सएप के लिए) पर साझा की जा सकती है. बयान में कहा गया है कि जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी.
कौन है गोल्डी बरार?
भगोड़े गोल्डी बराड़ को जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का करीबी माना जाता है. बिश्नोई के जेल में होने के कारण बराड़ विदेश से गिरोह की गतिविधियों को चला रहा है. उसका असली नाम सतिंदरजीत सिंह है. आपको बता दें कि बराड़ के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया है. वह पंजाब के एक पूर्व पुलिसकर्मी का बेटा है. भारत सरकार द्वारा आतंकवादी घोषित कर दिए जाने के बाद वह कनाडा से भागकर अमरीका में छिपकर रह रहा है. बताया जाता है कि गोल्डी बराड़ खालिस्तानी आतंकवादी समूह बब्बर खालसा का सदस्य है. वहीं, अधिकारियों के मुताबिक लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटरों के जरिए गोल्डी जबरन वसूली और अवैध हथियारों की आपूर्ति का काम करता है.