क्लिंटन से लेकर वेंस तक… भारत में VVIPs के दौरों के बीच कश्मीर में पहले भी हुए बड़े आतंकी हमले, जानें पूरा इतिहास
आतंकी हमलों का इतिहास
Pahalgam Terror Attack: देश और दुनिया की नजरें इस वक्त सिर्फ और सिर्फ जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर हैं. 22 अप्रैल 2025 का दिन जब आतंकवादियों ने पहलगाम में पर्यटकों को निशाना बनाते हुए फायरिंग कर दी. इस फायरिंग में 28 लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल, दो स्थानीय समेत अलग-अलग राज्यों से पहुंचे टूरिस्ट शामिल हैं. बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं. आतंकियों ने यह हमला तब किया है, जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस चार दिवसीय दौरे पर भारत पहुंचे हुए हैं. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साऊदी अरब के दौरे पर थे. भारत में VVIPs के दौरे के बीच पहली बार ऐसा हमला नहीं हुआ है. इससे पहले भी देश में बड़े आतंकी हमले हो चुके हैं. इसके अलावा कई बार कश्मीर में पर्यटकों को निशाना बनाया जा चुका है. जानें पूरा इतिहास-
क्लिंटन से लेकर वेंस तक… भारत में VVIPs के दौरों के बीच आतंकी हमले
क्लिंटन के दौरे के दौरान हमला
22 अप्रैल 2025 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने एक बार फिर इतिहास के पन्नों को खोल दिया है. साल 2000 में जब अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भारत दौरे पर आने वाले थे उससे ठीक एक रात पहले आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में 36 सिख ग्रामीणों का नरसंहार किया था. घटना 20 मार्च 2000 की रात की है. जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के चिट्टीसिंहपोरा गांव में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों ने 36 सिख ग्रामीणों का नरसंहार किया था. उस साल 21-25 मार्च तक अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भारत दौरे पर थे. उनके दौरे से ठीक पहले हुए इस आतंकी हमले के पीछे भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पाकिस्तान का हाथ होने का मुद्दा उठाया था. उस समय क्लिंटन जयपुर और आगरा के दौरे पर थे, जबकि विदेश मंत्री मैडलिन अलब्राइट और उप विदेश मंत्री स्ट्रोब टैलबोट भारतीय अधिकारियों से बातचीत करने के लिए दिल्ली में ही थे.
अमेरिकी असिस्टेंट सेक्रेटरी के दौरे के बीच बस पर आतंकी हमला
मई 2002 में भी भारत में VVIP दौरे के बीच आतंकी हमला हुआ था. उस समय दक्षिण एशियाई मामलों को लेकर अमेरिकी असिस्टेंट सेक्रेटरी क्रिस्टीना बी रोका भारत की यात्रा पर थीं. इस दौरान 14 मई, 2002 को जम्मू-कश्मीर के कालूचक के पास तीन आतंकवादियों ने मनाली से जम्मू जा रही बस पर हमला कर दिया. इस हमले में आतंकियों ने सात लोगों की हत्या कर दी.
इसके बाद आतंकी आर्मी क्वार्टर्स में घुस गए और अंधाधुंध गोलीबारी की. इस हमले में 10 बच्चे, 8 महिलाएं और पांच सुरक्षाकर्मियों सहित 23 लोगों को आतंकवादियों ने मार दिया था. इस हमले में कुल 34 लोग घायल हुए थे.
जम्मू-कश्मीर में पर्यटकों पर हमलों का इतिहास
4 जुलाई 1995: पहलगाम के लिद्दरवाट क्षेत्र में आतंकी संगठन हरकत-उल-अंसार ने 6 विदेशी पर्यटकों और दो गाइड्स का अपहरण किया. किडनैप किए गए लोग अमेरिका, ब्रिटेन, नॉर्वे और जर्मनी के नागरिक थे. आतंकियों ने बाद में इनमें से एक पर्यटक की हत्या कर दी थी.
1-2 अगस्त 2000: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग और डोडा जिले में आतंकियों ने अमरनाथ यात्रा पर निकले श्रद्धालुओं पर हमला किया था. इस हमले में 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी. जानकारी के मुताबिक इस हसले में 21 तीर्थयात्री, 7 स्थानीय दुकानदार और 3 सुरक्षाकर्मियों की हत्या की गई थी.
20 जुलाई 2001: अमरनाथ यात्रा के दौरान गुफा मंदिर के पास तीर्थयात्रियों के कैंप पर हमला किया गया, जिसमें 13 लोगों की मौत और 15 लोग घायल हुए.
14 नवंबर 2005: आंतकियों ने श्रीनगर के लाल चौक स्थित एक सिनेमा हॉल के पास हमला कर दिया. इस हमले में चार लोगों की मौत हो गई थी. मृतकों में CRPF के जवान भी शामिल थे. साथ ही एक जापानी पर्यटक समेत 17 लोग घायल हुए थे.
9 जून 2024: आतंकियों ने रियासी जिले में तीर्थयात्रियों की एक बस को निशाना बनाते हुए अंधाधुंध फायरिंग की थी. इस हमले में 9 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 33 घायल हुए थे.
18 मई 2024: श्रीनगर के डलगेट इलाके में आतंकियों ने जयपुर (राजस्थान) से पहुंचे एक दंपति पर फायरिंग कर उन्हें घायल कर दिया था.