‘हमारी कस्टडी में कोई भारतीय पायलट नहीं…’, पाकिस्तानी सेना ने कुबूला- हमारे एक फाइटर जेट को हुआ नुकसान
पाकिस्तान सेना प्रमुख
Operation Sindoor: पहलगाम आतंकी हमले में 26 बेगुनाहों की मौत का बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने पाकिस्तान के खिलाफ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया. भारत के इस ऑपरेशन के तहत 9 आतंकी ठिकानों पर कार्रवाई की गई, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए. इस ऑपरेशन से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत में आम नागरिकों को निशाना बनाने की कोशिश करते हुए ड्रोन अटैक किए, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब भी दिया. इस दौरान पाकिस्तानी मीडिया और सोशल यूजर्स द्वारा भारतीय पायलट को पकड़ने का दावा किया जा रहा था, जिसे पाकिस्तानी सेना ने खारिज कर दिया है.
पाकिस्तान सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस
11 मई को देर रात पाकिस्तान की नौसेना, वायुसेना और सेना के अधिकारियों ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस PC ने पाकिस्तानी सेना प्रवक्ता की ओर से कहा गया कि भारत के साथ टकराव में उनके एक विमान को नुकसान हुआ.
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस उनके ‘ऑपरेशन बुनयान-उल-मर्सूस’ के परिणामों पर आधारित थी. उन्होंने दावा किया कि उनकी सैन्य कार्रवाई ‘सटीक, संतुलित और संयमित’ रही.
‘हमारी कस्टडी में कोई भारतीय पायलट नहीं…’
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी से सवाल किया गया कि क्या कोई भारतीय पायलट पाकिस्तान की हिरासत में है, तो उन्होंने ऐसी खबरों को सोशल मीडिया की अफवाह बताया और स्पष्ट किया कि कोई भी भारतीय पायलट उनके कब्जे में नहीं है.
पाकिस्तान का हमले का दावा
लेफ्टिनेंट चौधरी ने यह भी दावा किया कि भारत की कार्रवाई के जवाब में पाकिस्तान ने 26 भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला किया, जिनमें वायुसेना और एविएशन बेस जैसे सूरतगढ़, सिरसा, भुज, नालिया, अधमपुर, बठिंडा, बरनाला, हलवाड़ा, अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, उधमपुर, मामून, अंबाला, पठानकोट, ब्यास और नगरोटा में ब्रह्मोस मिसाइल भंडारण केंद्र शामिल थे.
ऑपरेशन सिंदूर का प्रभाव
ऑपरेशन सिंदूर में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के खालिद उर्फ अब्बू आकाशा, मुदस्सर खाद्यान, मोहम्मद रसम खान और हाफिज मोहम्मद जमील जैसे 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए. आतंकियों के अंतिम संस्कार में पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों की मौजूदगी ने पाकिस्तान की भूमिका को उजागर किया. पाकिस्तान के डीजीएमओ के अनुरोध पर 10 मई शाम 5 बजे से भारत युद्धविराम पर सहमत हुआ, लेकिन स्पष्ट किया कि ‘आतंकवाद को युद्ध माना जाएगा’ और सिंधु जल समझौता स्थगित रहेगा.
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बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत पुलवामा हमले से जुड़े यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रौफ और मुदस्सिर अहमद जैसे बड़े आतंकी शामिल थे. इस ऑपरेशन ने पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया.