सांसदों के शपथ ग्रहण समारोह में दिखी विविधता की झलक, संसद में रही हिंदी, संस्कृत, मैथिली,असमिया और पंजाबी भाषा की गूंज
Parliament Session 2024: 18वीं लोकसभा का पहला सत्र सोमवार को शुरू हुई. इस दौरान सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया. इसके बाद नवनिर्वाचित सदस्यों ने सदन में सांसद के तौर पर शपथ ली. इस दौरान भारत की विविधता की झलक देखने को मिली. शपथ ग्रहण के दौरान कई सांसदों ने हिंदी के अलावा कई भारतीय भाषाओं में शपथ लिया. पीएम मोदी समेत सांसद सदस्य के तौर पर हिंदी में शपथ ली. पीएम मोदी के अलावा उनकी कैबिनेट में शामिल मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, अमित शाह, शिवराज सिंह चौहान, अन्नपूर्णा देवी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और मनोहर लाल ने हिंदी भाषा में शपथ ली. वहीं दूसरे अन्य सांसदों ने मैथिली, असमिया, तेलुगू, पंजाबी, संस्कृत समेत अन्य भारतीय भाषाओं में शपथ ली. गौरतलब है कि, किसी भी मंत्री ने अंग्रेजी में शपथ ग्रहण नहीं की है.
उड़िया, कन्नड में ली सांसदों ने शपथ
नीट पेपर लीक मामले को लेकर चर्चा में चल रहे सांसद और शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने उड़िया भाषा में शपथ ली. बता दें कि वह ओडिशा के संबलपुर से सांसद चुने गए हैं. उनके शपथ ग्रहण के दौरान विपक्ष की ओर से नीट-नीट के नारे भी लगाए गए. धर्मेंद्र प्रधान के बाद जुएल उरांव ने भी उड़िया भाषा में ही शपथ ली. वहीं BJP सांसद जी किशन रेड्डी और TDP सांसद राममोहन नायडू ने तेलुगू भाषा में संसद सदस्य के तौर पर शपथ ली. JDS सांसद और केंद्रीय मंत्री एच डी कुमारस्वामी और BJP सांसद और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने अपनी शपथ कन्नड भाषा में ली. इसके बाद शोभा करंदलाजे और वी सोमन्ना ने भी कन्नड भाषा में ही शपथ ग्रहण की.
गुजराती, असमिया में ली शपथ
नवसारी सीट से BJP सांसद सी आर पाटिल ने गुजराती में अपने सांसद सदस्य की शपथ ली. BJP सांसद सर्वानंद सोनोवाल ने असमिया भाषा में शपथ ग्रहण की. इसके बाद महाराष्ट्र से लोकसभा सांसदप्रतापराव जाधव ने मराठी भाषा में शपथ ली. रक्षा खडसे ने मराठी भाषा में शपथ ली. रक्षा खडसे के बाद मुरलीधर मोहोल ने भी मराठी भाषा में ही शपथ ली. पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी और नई दिल्ली लोकसभा सीट से BJP सांसद चुनी गई बांसुरी स्वराज ने संस्कृत भाषा में शपथ लेकर सभी को हैरान कर दिया. वहीं गोवा से चुने गए सांसद श्रीपाद येसो नाइक और मध्य प्रदेश के बैतूल से निर्वाचित सांसद दुर्गादास उइके ने भी संस्कृत भाषा में सदन के सदस्य के तौर पर शपथ ली.
तेलुगू, बांग्ला का भी हुआ प्रयोग
राज्य मंत्रियों में बंडी संजय कुमार, चंद्रशेखर पेम्मासानी और भूपति राजू ने तेलुगू भाषा में अपनी शपथ ली. वहीं शांतनु ठाकुर और सुकांतो मजूमदार ने बांग्ला भाषा में शपथ लेते नजर आए. इस दौरान सुरेश गोपी ने मलयालम भाषा में शपथ ली. इसके अलावा सभी मंत्रियों ने हिंदी भाषा में ही शपथ ली. किसी भी मंत्री ने शपथ ग्रहण के लिए अंग्रेजी भाषा का प्रयोग नहीं किया.कांग्रेस सांसद रकीबुल हुसैन ने असमिया भाषा में शपथ ली. BJP सांसद दिलीप सैकिया ने संस्कृत भाषा का प्रयोग कर शपथ ली. BJP सांसद अमर सिंह टिसो ने अंग्रेजी भाषा में शपथ ली. बिहार के कई सांसदों ने भी अपनी भाषा का प्रयोग किया.
मैथिली भाषा का भी दिखा प्रभाव
शपथ ग्रहण के दौरान बिहार के मैथिली भाषा का भी प्रभाव दिखा. बिहार के शिवहर से JDU सांसद लवली आनंद, मधुबनी से BJP सांसद अशोक कुमार यादव, झंझारपुर से JDU सांसद रामप्रीत मंडल और दरभंगा से BJP सांसद गोपालजी ठाकुर ने मैथिली भाषा का प्रयोग कर शपथ ली. तेलुगू देशम पार्टी के सांसद कृष्णा प्रसाद और BJP सांसद चिंतामणि महाराज ने शपथ लेने के लिए संस्कृत भाषा का प्रयोग किया. चंडीगढ़ से कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी अपनी पंजाबी भाषा में शपथ लेते नजर आए. आंध्र प्रदेश के अराकू सीट से YSRCP सांसद गुम्मा तनुजा रानी ने हिंदी भाषा में शपथ ली.