नहीं चला अयोध्या का नाम… अवधेश प्रसाद को साथ बिठाकर राहुल-अखिलेश ने दिया BJP को संदेश

यूपी में सत्तारूढ़ भाजपा को झटका लगा है. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन ने राज्य की 80 में से 43 सीटों को अपने नाम किया है. वहीं, भाजपा को 33 सीटों पर ही सफलता मिल सकी हैं.

साथ दिखे राहुल-अखिलेश और अवधेश

Parliament Session: अठारहवीं लोकसभा की शुरुआत सोमवार को हो गई है. प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिला रहे हैं. इस बीच लोकसभा से एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें विपक्ष वाली बेंच की अग्रिम पंक्ति में राहुल गांधी और अखिलेश यादव के साथ फैजाबाद लोकसभा सीट से नवनिर्वाचित सांसद अवधेश प्रसाद बैठे नजर आए.

बता दें कि हाल में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में बीजेपी यूपी की फैजाबाद लोकसभा सीट हार गई है. सपा के अवधेश प्रसाद ने वरिष्ठ बीजेपी नेता लल्लू सिंह को 50 हजार से अधिक वोटों से हराया है. इसी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत अयोध्या आता है. राजनीतिक जानकारों का मानना है कि राहुल गांधी और अखिलेश यादव के साथ अवधेश प्रसाद को अग्रिम पंक्ति में बिठाने का मकसद बीजेपी को यह एहसास कराना है कि वह जिस मुद्दे पर सबसे अधिक मुखर थी, जनता ने उसे ही नकार दिया.

फैजाबाद लोकसभा सीट पर सपा के अवधेश प्रसाद ने धमाकेदार जीत दर्ज की है. उन्होंने भाजपा के कद्दावर नेता लल्लू सिंह को 50 हजार से अधिक वोटों से हराया है. निर्वाचन आयोग के अनुसार अवधेश प्रसाद को 5,54,289 वोट मिले जबकि लल्लू सिंह को 4,99,722 वोट मिले हैं. मालूम हो कि 2019 और 2014 के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद से लल्लू सिंह ने जीत दर्ज की थी.

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यूपी में भाजपा को लगा झटका

यूपी में सत्तारूढ़ भाजपा को झटका लगा है. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन ने राज्य की 80 में से 43 सीटों को अपने नाम किया है. वहीं, भाजपा को 33 सीटों पर ही सफलता मिल सकी हैं. 2019 में भाजपा ने अकेले 62 सीटें जीती थीं.

PM मोदी का विपक्ष पर जोरदार हमला

पीएम मोदी ने इमरजेंसी को लेकर विपक्ष पर जोरदार हमला बोला है. उन्होंने लोकसभा सत्र की शुरुआत से पहले देश को संबोधित करते हुए कहा, “कल 25 जून हैं. जो लोग इस देश के संविधान की गरिमा से समर्पित हैं, जो लोग भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं पर निष्ठा रखते हैं, उनके लिए 25 जून न भूलने वाला दिवस है. कल 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर जो काला धब्बा लगा था, उसके 50 वर्ष हो रहे हैं. भारत की नई पीढ़ी ये कभी नहीं भूलेगी की संविधान को पूरी तरह नकार दिया गया था, भारत को जेलखाना बना दिया गया था, लोकतंत्र को पूरी तरह दबोच दिया गया था.”

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