Lok Sabha Election 2024: कर्नाटक की इन दो सीटों से चुनावी अभियान की शुरुआत के क्या हैं मायने, खड़गे के गढ़ में पहुंचे पीएम मोदी
Lok Sabha Election 2024: आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर आज शनिवार को तारीखों का ऐलान होगा. इसके बाद से ही आधिकारिक तौर पर देश भर में लोकतंत्र के महापर्व का शंखनाद हो जाएगा. चुनावी तारीखों की घोषणा के दिन पीएम मोदी कर्नाटक से भाजपा के अभियान को आगाज कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शनिवार, (16 मार्च) को कर्नाटक से भारतीय जनता पार्टी के चुनाव प्रचार अभियान को शुरू कर दिया है. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कलबुर्गी में जनसभा को संबोधित किया. इसके साथ ही वे कर्नाटक के शिमोगा से भी लोकसभा चुनावों के लिए अपना अभियान शुरू कर रहे हैं. इन दो सीटों से चुनावी अभियान शुरू करने के पीछे कई कारण हो सकते हैं.
बताते चलें कि कलबुर्गी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का गृह जिला है. इस सीट से वह 2009 और 2015 में जीतकर लोकसभा पहुंचे थे. हालांकि पिछले आम चुनाव में वह भाजपा प्रत्याशी उमेश जाधव से हार गए थे. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, इस बार इस सीट से खरगे के दामाद राधाकृष्णन डोड्डामणि को पार्टी उम्मीदवार बना सकती है. हालांकि, इसका अभी तक इसका कोई अधिकारिक ऐलान नहीं हुआ है. लेकिन शनिवार को यहां पीएम मोदी की रैली आयोजित हुई.पीएम मोदी कलबुर्गी और शिमोगा से समाज के दो वर्गों को साधने की कोशिश में हैं. ये दोनों समुदाय अनुसूचित जाति और लिंगायत समुदाय हैं, जो कि पहले कभी भाजपा के कट्टर समर्थक रहे हैं.
ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान आज, दोपहर 3 बजे चुनाव आयोग करेगा प्रेस कॉन्फ्रेंस
खड़गे के गढ़ में पीएम मोदी
गौरतलब हो कि कलबुर्गी एक आरक्षित सीट है और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का गढ़ के रूप में जाना जाता है. हालांकि, खरगे इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं. इसके बावजूद भी पीएम मोदी खरगे के खर में विपक्षी अलायंस को निशाने पर लेकर एक स्पष्ट संदेश देना चाहते हैं. पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद कांग्रेस कर्नाटक के 10 लोकसभा सीटें जीतने की उम्मीद में है. 2019 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस केवल बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट जीत पाई थी.
भाजपा में बगावत के संकेत
हैदराबाद कर्नाटक रीजन का यह हिस्सा हमेशा से ही कांग्रेस का गढ़ रहा है. यहां अनुसूचित जाति का एक बड़ा वर्ग मडिगा समुदाय से है, जिसे लोकप्रिय रूप से वामपंथी संप्रदाय के रूप में भी जाना जाता है. मडिगाओं की संख्या होलियास से अधिकस है जो कि खरगे का ही संप्रदाय है. लेकिन, सामाजिक और आर्थिक रूप से, मडिगा होलिया से काफी पिछड़े हैं. हालांकि शिमोगा में पीएम मोदी का दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब भाजपा में ही बगावत है.