दो दिवसीय दौरे पर रूस जाएंगे PM मोदी, 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा
PM Modi Russia Visist: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22-23 अक्टूबर रूस के दौरे पर रहेंगे. रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर वह 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे. बता दें कि इस बार ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन रूस के कजान में किया जा रहा है. इस दौरे के दौरान पीएम मोदी ब्रिक्स सदस्यीय देशों के साथ द्विपक्षीय बैठक कर सकते हैं. पीएम मोदी इससे पहले जुलाई में भी रूस का दौरा कर चुके हैं.
आठ जुलाई को पीएम मोदी ने रूस का दौरा किया था. वह राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन को आयोजित करने के लिए रूस पहुंचे थे. इस दौरान पीएम मोदी ने पुतिन के साथ वार्ता की, जिसके दौरान व्यापार और रक्षा सौदों सहित द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं पर चर्चा की गई.
रूस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित
इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को रूस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल से सम्मानित किया गया था. इसके अलावा पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भी चर्चा हुई. बता दें कि फरवरी 2022 में मास्को की तरफ से यूक्रेन पर आक्रमण करने के बाद से प्रधानमंत्री मोदी की यह पहली रूस यात्रा थी. इसके एक महीने बाद ही उन्होंने यूक्रेन का दौरा किया था. पोलैंड की यात्रा खत्म कर वे ट्रेन से 10 घंटे का सफर करके यूक्रेन पहुंचे थे. अपनी इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की से मुलाकात की.
ब्रिक्स क्या है?
ब्रिक्स, दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्थाओं वाले देशों का एक समूह है. इसके सदस्य देश- ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ़्रीका शामिल हैं. ब्रिक्स नाम इन देशों के नाम के पहले अक्षरों से मिलकर बना है. ब्रिक्स का मकसद शांति, सुरक्षा, विकास, और सहयोग को बढ़ावा देना है. ब्रिक्स देशों के बारे में कुछ खास बातें यह हैं कि ब्रिक्स देशों की आबादी दुनिया की आबादी का करीब आधा हिस्सा है. इन देशों का सकल घरेलू उत्पाद दुनिया के कुल सकल घरेलू उत्पाद का करीब एक-तिहाई हिस्सा है.
ब्रिक्स देशों के बारे में गोल्डमैन सैक्स के अर्थशास्त्री जिम ओ’नील ने बताया था कि साल 2050 तक ये देश दुनिया के सबसे बड़े निर्मित उत्पाद, सेवाएं, और कच्चे संसाधन देने वाले देश बन जाएंगे. साल 2011 दक्षिण अफ्रीका ब्रिक्स समूह का हिस्सा बना था.