PM Modi Podcast: ‘शपथ ग्रहण में उन्हें बुलाया, मैं लाहौर भी गया… लेकिन फिर भी”, पाक से रिश्तों पर बोले पीएम मोदी

अमेरिकन यूट्यूबर लेक्स फ्रीडमैन के साथ पीएम नरेंद्र मोदी का पॉडकास्ट रिलीज हुआ
PM Modi Podcast: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और फेमस अमेरिकन यूट्यूबर लेक्स फ्रीडमैन (Lex Fridman) के बीच हुई बातचीत का पॉडकास्ट सोशल मीडिया साइट यूट्यूब पर रविवार को रिलीज कर दिया गया है. इस पॉडकास्ट में पीएम ने कई मुद्दों पर बातचीत की. जिसमें गुजरात का गोधरा कांड भी शामिल है. इसके साथ ही पीएम ने बताया कि RSS का उनके जीवन में क्या महत्व है. उन्होंने पाकिस्तान के साथ भारत के रिश्तों को लेकर भी बात की.
‘2002 से पहले गुजरात में 250 से ज्यादा दंगे हुए’
पीएम मोदी ने कहा, “इससे पहले कि आप 2002 के दंगों के बारे में बात करें, मैं आपको स्थिति का उचित अंदाजा देने के लिए पिछले वर्षों की एक तस्वीर पेश करना चाहूंगा. 24 दिसंबर 1999 को काठमांडू से दिल्ली जाने वाले विमान को हाईजैक कर लिया गया और कंधार ले जाया गया. साल 2000 में दिल्ली में लाल किले पर आतंकी हमला हुआ. 11 सितंबर 2001 को अमेरिका के ट्विन टावर्स पर आतंकी हमला हुआ. अक्टूबर 2001 में जम्मू-कश्मीर विधानसभा पर आतंकी हमला हुआ. 13 दिसंबर 2001 को भारतीय संसद पर हमला हुआ.”
पीएम ने कहा, “ये वैश्विक स्तर के आतंकवादी हमले थे, जिन्होंने वैश्विक अस्थिरता की चिंगारी सुलगाई. इन सबके बीच, 7 अक्टूबर 2001 को मुझे गुजरात का मुख्यमंत्री बनना था. 24 फरवरी 2002 को मैं पहली बार विधायक बना. 27 फरवरी को मेरी सरकार बजट पेश करने वाली थी, तभी हमें गोधरा ट्रेन हादसे की सूचना मिली. यह बहुत गंभीर घटना थी. लोगों को जिंदा जला दिया गया था.”
पीएम ने आगे कहा कि आप कल्पना कर सकते हैं कि पिछली सभी घटनाओं के बाद स्थिति कैसी रही होगी. 2002 से पहले गुजरात में 250 से ज्यादा बड़े दंगे हुए थे. साल 1969 के दंगे 6 महीने तक चले थे. उस समय विपक्ष सत्ता में था और उन्होंने हमारे खिलाफ इन झूठे मामलों में हमें सजा दिलाने की पूरी कोशिश की. उनके प्रयासों के बावजूद न्यायपालिका ने पूरे घटनाक्रम का विस्तार से विश्लेषण किया. आरोपियों को सजा मिल चुकी है. साल 2002 से पहले गुजरात में लगातार दंगे होते रहे, लेकिन 2002 के बाद कोई बड़ी घटना नहीं हुई.
‘पाक का हर जवाब शत्रुता और विश्वासघात से मिला’
पीएम नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के साथ रिश्तों के बारे में कहा कि मैंने अपने शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान को आमंत्रित किया था, मैं शांति के प्रयासों के लिए लाहौर भी गया, लेकिन शांति के हर प्रयास का जवाब शत्रुता और विश्वासघात से मिला. हम पूरी उम्मीद करते हैं कि पाक को सद्बुद्धि आएगी और वह शांति का मार्ग अपनाएगा. पीएम ने आगे कहा कि पाक के लोग भी शांति चाहते हैं क्योंकि वे भी संघर्ष, अशांति और निरंतर आतंक में रहते हुए थक गए होंगे. जहां मासूम बच्चे भी मारे जाते हैं और अनगिनत जिंदगियां बर्बाद हो जाती हैं.
‘संगठन से जीवन का सार और मूल्य सीखा’
RSS से जुड़ाव के बारे में पीएम ने कहा कि बचपन में RSS की सभाओं में जाना हमेशा अच्छा लगता था. मेरे मन में हमेशा एक ही लक्ष्य रहता था, देश के काम आना है. यही संघ(RSS) ने मुझे सिखाया है. RSS इस साल 100 साल पूरे कर रहा है. RSS से बड़ा कोई ‘स्वयंसेवी संघ’ दुनिया में नहीं है. RSS को समझना आसान काम नहीं है, इसके कामकाज को समझना होगा.
उन्होंने आगे कहा कि यह अपने सदस्यों को जीवन का उद्देश्य देता है. यह सिखाता है कि राष्ट्र ही सब कुछ है और समाज सेवा ही ईश्वर की सेवा है. हमारे वैदिक संतों और स्वामी विवेकानंद ने जो सिखाया है, संघ भी यही सिखाता है. RSS के कुछ सदस्यों ने शिक्षा में क्रांति लाने के लिए ‘विद्या भारती’ नामक संगठन की शुरुआत की. उनके देश भर में करीब 25 हजार स्कूल चलते हैं. एक समय में 30 लाख छात्र इन स्कूलों में पढ़ते हैं. वामपंथियों द्वारा प्रचारित श्रमिक आंदोलन ‘दुनिया के मजदूरों, एक हो जाओ!’ का नारा लगाते हैं, जबकि RSS का श्रमिक संगठन ‘मजदूरों, दुनिया को एक करो!’ का नारा लगाता है.