‘समर्थन वापस लें’ वाले अखिलेश के बयान पर सियासी घमासान, JDU-BJP ने सपा प्रमुख को बताया भ्रष्टाचारी, कहा- नीतीश हैं असली समाजवादी

यूपी से लेकर बिहार तक राजनीतिक गलियारों में बयान बाजी शुरू हो गई है. जनता दल (यू) के नेता राजीव रंजन ने कहा कि अखिलेश यादव का यह बयान हैरान करने वाला है. इधर भाजपा ने कहा कि करोड़ों की गाड़ियों और भ्रस्टाचार से अर्जित अरबों की संपत्ति के साथ अखिलेश यादव और लालू यादव लोक नायक को श्रद्धांजलि देने जाना चाहते हैं.
Akhilesh On Nitish Kumar

अखिलेश के बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में बयान बाजी शुरू हो गई है.

लोक नायक जय प्रकाश नारायण की जयंती पर यूपी में अखिलेश यादव को JPNIC जाने से रोक दिया गया. जिसके बाद उन्होंने अपने आवास के बाहर रोड पर ही जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इसी दौरान मीडिया से बात करते हुए अखिलेश ने नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जेपी के आंदोलन से निकले हैं. नीतीश कुमार को NDA से अपना समर्थन वापस ले लेना चाहिए, क्योंकि भाजपा समाजवादियों को जय प्रकाश नारायण की जयंती पर श्रद्धांजलि देने की अनुमति नहीं दे रही है.

समाजवादी पार्टी में लोकतंत्र नहीं- जदयू

इस बयान के बाद से ही यूपी से लेकर बिहार तक राजनीतिक गलियारों में बयान बाजी शुरू हो गई है. जनता दल (यू) के नेता राजीव रंजन ने कहा कि अखिलेश यादव का यह बयान हैरान करने वाला है. आज अखिलेश यादव को देश को बताना चाहिए कि जय प्रकाश के कौन से मूल्य उन्हें प्रेरित करते हैं और क्या उन्होंने उनमें से किसी को अपनाया या उनकी पार्टी ने उन्हें अपनाया। समाजवादी पार्टी में लोकतंत्र नहीं है. पूरी पार्टी के संगठनात्मक पदों पर एक खास परिवार का कब्जा है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जेपी के जीवन मूल्यों को बिहार में अपनाया है. यहां आपको भाई-भतीजावाद की कोई गुंजाइश नहीं मिलेगी. परिवर्तन के लिए सभी महत्वपूर्ण कदम नीतीश कुमार ने उठाए और लोगों के जीवन में बदलाव आया है. केंद्र में हम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए के साथ हैं और बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए जेपी के जीवन मूल्यों के आधार पर काम कर रही है. अखिलेश यादव का हमें रिश्ते तोड़ने की सलाह देने का क्या मतलब है?

 

नीतीश हैं सच्चे समाजवादी- बीजेपी

वहीं भाजपा प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने भी अखिलेश के बयान पर जवाब दिया। उन्होंने ने कहा करोड़ों की गाड़ियों और भ्रस्टाचार से अर्जित अरबों की संपत्ति के साथ अखिलेश यादव और लालू यादव लोक नायक जयप्रकाश नारायण को श्रद्धांजलि देने जाना चाहते हैं. आज अगर जेपी जिंदा होते तो शायद वह खुद इन लोगों को मना कर देते से मिलने से. नीतीश कुमार ने तो जेपी के सपनों को सकारा किया है, लेकिन अखिलेश यादव और उनके रिश्तेदार लालू यादव ने जेपी के सपनों को दफनाया नहीं है. नीतीश कुमार ने जेपी की सच्ची श्रद्धांजलि के तहत बिहार के हर आखिरी व्यक्ति तक रौशनी की किरण लेकर जा रहे हैं, हर आदमी तक डेवलपमेंट लेकर जा रहे हैं.

लोकनायक के विचारों और सपनों को कुचला- आरजेडी

इधर, अखिलेश के बयान पर आरजेडी ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी पर जमकर हमला बोला है. आरजेडी के प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि भाजपा लोकनायक के विचारों और सपनों को कुचल रही है. उत्तर प्रदेश की सरकार जेपी के अनुयायियों और उनके विचारधारा पर चलने वाले लोगों को रोक रही है. यूपी की योगी सरकार ने अखिलेश यादव को माल्यार्पण करने से रोक दिया।

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