फिर शुरू हो सकती है वोटर आईडी को आधार से लिंक करने की प्रक्रिया, सुप्रीम कोर्ट ने 2015 में लगाई थी रोक

जल्द शुरू होगी वोटर आईडी और आधार को लिंक करने की प्रक्रिया
Voter ID and Aadhar Link: जल्द ही वोटर आईडी कार्ड (Voter ID Card) और आधार कार्ड (Aadhar Card) को लिंक करने की प्रक्रिया शुरू हो सकती है. इसके लिए मंगलवार को भारतीय निर्वाचन आयोग (Election Commission Of India) और यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया यानी UIDAI के अधिकारियों के बीच चर्चा हुई. दोनों आईडी को लिंक करने को लेकर सहमति बनी है.
विशेषज्ञों से ली जाएगी राय
आधार आईडी कार्ड और वोटर आईडी को लिंक करने की प्रोसेस से पहले विशेषज्ञों से राय ली जाएगी. चुनाव आयोग का कहना है कि संविधान के अनुच्छेद 326 के तहत वोट देने का अधिकार केवल भारतीय का है. वहीं आधार किसी व्यक्ति विशेष की पहचान है. दोनों आईडी को लिंक करने के लिए सभी नियमों का पालन किया जाएगा.
चुनाव आयोग ने वोटर आईडी और आधार को लिंक करने के मकसद से 31 मार्च 2025 से पहले निर्वाचन पंजीकरण अधिकारियों (ERO), जिला चुनाव अधिकारियों (DEO) और मुख्य चुनाव अधिकारियों (CEO) के साथ बैठक की जाएगी. 30 अप्रैल तक भारतीय निर्वाचन आयोग राजनैतिक दलों से भी सुझाव मांगेगा.
2015 में सुप्रीम कोर्ट ने लगाई थी रोक
केंद्र सरकार की ओर से साल 2015 में एक कार्यक्रम चलाया गया. जिसमें राष्ट्रीय स्तर पर मतदाता सूची में परिवर्तन किया जा रहा था. इसके साथ ही वोटर आईडी कार्ड को आधार से लिंक किया जा रहा था. उस समय लगभग 30 करोड़ से ज्यादा वोटर आईडी कार्ड को आधार से लिंक कर दिया गया था. यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. जहां कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए इस पर रोक लगा दी.