Punjab Politics: अकाली दल में पड़ी फूट! सुखबीर के खिलाफ उठने लगी आवाज, हरसिमरत बोलीं- भाजपा की साजिश
Punjab Politics: पंजाब की सियासत में जल्द बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है. शिरोमणि अकाली दल ने भाजपा पर ऑपरेशन लोटस चलाने का आरोप लगाया है. दरअसल, लोकसभा चुनाव के रिजल्ट को लेकर अकाली नेता प्रेम सिंह चंदूमाजरा के नेतृत्व में एक मीटिंग हुई है, जिसमें पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल से हार की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा देने की अपील की गई है.
‘अकाली दल ने ओम बिरला का किया था समर्थन’
पंजाब में महज एक लोकसभा सीट जीतने में कामयाब रही शिरोमणि अकाली दल में बगावत के सुर उठने लगे हैं. सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ चंदूमाजरा गुट ने मोर्चा खोल दिया है. एक तरफ अकाली दल ने स्पीकर चुनाव के दौरान लोकसभा में ओम बिरला का समर्थन किया तो वहीं दूसरी ओर पंजाब में भाजपा पर ऑपरेशन लोटस चलाने का आरोप लगा डाला है. अकाली दल के नेता परमजीत सरना ने आरोप लगाया कि भाजपा ऑपरेशन लोटस चला रही है. उन्होंने कहा, ‘जो लोग कल तक भाजपा से गठबंधन करने के लिए कहते थे, वे आज पार्टी से बागी हो गए हैं.’
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उधर, अकाली दल की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने बगावत को भाजपा की साजिश बताते हुए कहा कि पूरी पार्टी सुखबीर बादल के साथ खड़ी है. उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “भाजपा के कुछ पिट्ठू शिरोमणि अकाली दल को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. वे वैसा ही करना चाहते हैं जैसा उन्होंने महाराष्ट्र में किया. शिरोमणि अकाली दल एकजुट है और वे असफल होने जा रहे हैं. 117 नेताओं में से केवल 5 नेता हमारे खिलाफ हैं जबकि 112 नेता पार्टी और सुखबीर बादल के साथ खड़े हैं.”
पंजाब में किसने कितनी सीटें जीतीं?
पंजाब में लोकसभा की कुल 13 सीटें हैं. कांग्रेस ने सात और आम आदमी पार्टी ने 3 सीटें जीती हैं. हरसिमरत कौर बादल लोकसभा सीट जीतने वाली शिरोमणि अकाली दल की एकमात्र उम्मीदवार रहीं. इसके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारे के बेटे सरबजीत सिंह खालसा और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह ने भी जीत दर्ज की है. वहीं, भाजपा का खाता भी नहीं खुल सका है. 2019 के लोकसभा चुनाव में पंजाब की आठ सीटों पर कांग्रेस, दो पर शिरोमणि अकाली दल, दो पर भाजपा और एक सीट पर अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व आम आदमी पार्टी को सफलता मिली थी.