Kanchenjunga Train Accident: कंचनजंगा एक्सप्रेस हादसे की जांच करेंगे रेलवे सुरक्षा आयुक्त, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का ऐलान
Kanchenjunga Train Accident: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव स्थिति ने सोमवार शाम जलपाईगुड़ी पहुंचकर ट्रेन हादसे वाली जगह पर स्थिति का जायजा किया. कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन और मालगाड़ी में हुई टक्कर की वजह से अभी तक नौ लोगों की मौत की खबर है. जबकि करीब पचास घायल बताए जा रहे हैं. ट्रेन हादसे के बाद विपक्षी दल मोदी सरकार और रेल मंत्री पर हमलावर हैं.
इससे पहले रेलवे बोर्ड की अध्यक्ष और सीईओ जया वर्मा सिन्हा ने बताया कि रेल हादसा मालगाड़ी के चालक द्वारा सिग्नल की अनदेखी की वजह से हुआ. मालगाड़ी के ड्राइवर ने रुकने का सिग्नल नहीं देखा. उन्हें वहां रुकना था. हादसे में मालगाड़ी के चालक और उनके सहयोगी दोनों की मौत हो गई है. इसके अलावा कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन के गार्ड की भी हादसे में मौत हुई है. हादसे में अभी 9 लोगों मारे जाने की खबर है और करीब 25 लोग घायल बताए जा रहे हैं.
पीएम मोदी और राष्ट्रपति ने दुख जताया
रेल हादसे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने अधिकारियों से बात कर स्थिति का जायजा लिया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने पोस्ट कर बताया, “पश्चिम बंगाल में रेल दुर्घटना दुखद है. जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है. मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग जल्द से जल्द ठीक हो जाएं.”
प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से हादसे के पीड़ितों के लिए आर्थिक मदद का ऐलान किया गया है. PMO की तरफ से X पर पोस्ट कर बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी ने PMNRF से मृतकों के परिजनों के लिए दो लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया है. इसके अलावा घायलों को पचास हजार रुपये की मदद की जाएगी.
कांग्रेस अध्यक्ष ने बीजेपी पर निशाना साधा
जलपाईगुड़ी में हुए रेल हादसे पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी बयान दिया है. एक्स पर पोस्ट साझा करते हुए उन्होंने कहा कि दुर्घटना के दृश्य दर्दनाक हैं. हम पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं. दुख की इस घड़ी में, हम उनमें से प्रत्येक के प्रति अपनी एकजुटता और संवेदना व्यक्त करते हैं. हम घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं.
उन्होंने कहा कि पीड़ितों को तत्काल और पूर्ण मुआवजा प्रदान किया जाना चाहिए. पिछले 10 वर्षों में, मोदी सरकार ने रेल मंत्रालय के घोर कुप्रबंधन में लिप्त रही है. एक जिम्मेदार विपक्ष के रूप में, यह रेखांकित करना हमारा परम कर्तव्य है कि कैसे मोदी सरकार ने व्यवस्थित रूप से रेल मंत्रालय को ‘कैमरा-संचालित’ सेल्फ प्रमोशन के मंच में बदल दिया है!