Rajasthan: धरती फाड़कर निकला 60 लाख साल पुराना पानी? भू-जल विशेषज्ञों का खुलासा
Rajasthan: सोमवार, 30 दिसंबर को राजस्थान के जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ क्षेत्र में पिछले 3 दिनों से ट्यूबवेल खुदाई के बाद भूगर्भ से जो पानी का जलजला निकलना शुरू हुआ था, वो बंद हो गया. जमीन के अंदर से प्राकृतिक रूप से पानी का प्रवाह बंद होने से जिला प्रशासन और अन्य एजेंसियों ने अब जा कर राहत की सांस ली है. पानी के बंद होने के साथ ही गैस का रिसाव भी बंद हो गया है.
ट्यूबवेल की खुदाई के दौरान रेगिस्तान से पानी की धार निकलता देख प्रशासन ने 500 मीटर के दायरे के इलाके को खाली करा लिया था. जमीन के अंदर से निकल रहे इस सैलाब के कारण ट्यूबवेल की खुदाई के लिए लाई गई बोरिंग मशीन, ट्रक सहित धरती में समा गई. हालांकि, अब यह सैलाब थम गया है, लेकिन इसे लेकर भू-जल विशेषज्ञों ने जो खुलासा किया है वो चुकाने वाला है.
60 लाख साल पुरानी होगी पानी
इसमें सबसे ज्यादा चौकाने वाली बात ये सामने आई है कि जमीन से टर्शरी काल की रेत निकली है. ऐसे में संभावना है कि जो पानी निकला है, वो 60 लाख साल पुराना हो सकता है. ऐसे में इसकी स्टडी की जरूरत है. और इसके लिए कई कुएं खोदने की आवश्यकता है.
पानी के साथ निकली रेत
दरअसल, सोमवार को सेंट्रल ग्राउंड वाटर बोर्ड, IIT जोधपुर के साथ स्टेट ग्राउंड वाटर बोर्ड के प्रभारी व वरिष्ठ भू-जल वैज्ञानिक डॉ नारायण इनखिया सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे और वर्तमान स्थिति का जायजा लिया. यहां बोरिंग स्थल पर जमीन में दबे हुए ट्रक, मशीनें आदि निकलवाने और दुबारा पानी शुरू न हो, इसके लिए तकनीकी मदद को ONGC से संपर्क कर क्राइसेस मैनेजमेंट टीम की मांग की गई है.
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भू-जल विशेषज्ञों ने चौंकाने वाली बात कही है. विशेषज्ञों का मानना है कि पानी के साथ जो रेत बाहर आया है, वह टर्शरी काल से जुड़ा है और ऐसे में संभावना है कि जमीन से निकला पानी भी कई लाखों साल पुराना है.
3 दिन पहले शुरू हुआ था पानी निकलना
बता दें कि 28 दिसंबर की सुबह करीब 10 बजे भाजपा नगर मंडल अध्यक्ष विक्रम सिंह के खेत में बोरवेल की खुदाई की जा रही थी. करीब 850 फीट खुदाई के बाद अचानक तेज प्रेशर के साथ पानी निकलने लगा. जमीन के भीतर से गैस भी प्रेशर से बाहर निकल रही थी. जिसके चलते पानी की धार 10 फीट तक ऊंची थी. जमीन से निकल रही पानी को देख वहां के लोग दहशत में आ गए. किसान के खेत में पानी नदी की तरह बहने लगी. लेकिन अब यह तीन बाद रुक गया है.
विशेषज्ञों के अनुसार रिसाव कभी भी फिर से शुरू हो सकता है. जिससे जहरीली गैस जैसे हानिकारक तत्व निकल सकते हैं. जिलाधिकारी ने इस क्षेत्र में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है. लोगों को खुदाई क्षेत्र के 500 मीटर के दायरे से दूर रहने के निर्देश दिए गए हैं.