Rajya Sabha Election 2024: सपा और बीजेपी का समीकरण बिगाड़ सकते हैं जयंत चौधरी, एक सीट के लिए दोनों के बीच सियासी जंग!
Rajya Sabha Election 2024: उत्तर प्रदेश समेत हर राज्य में राज्यसभा चुनाव के लिए नामांकन शुरू हो चुका है. आगामी 15 जनवरी तक इस चुनाव के लिए नामांकन होगा. यूपी से राज्यसभा की दस सीटें खाली हुई हैं, लेकिन राज्य में मौजूदा घटनाक्रम ने इस चुनाव को रोचक बना दिया है. अब आंकड़ों पर गौर करें तो बीजेपी और सपा दोनों ही गठबंधन के लिए पेंच फंस गया है. संभावना जताई जा रही है कि अब एक सीट के लिए राज्य में वोटिंग हो सकती है.
दरअसल, जयंत चौधरी की बातचीत बीजेपी के साथ लगभग फाइनल हो गई है. बीजेपी के ओर से एनडीए में शामिल होने के लिए आरएलडी को दो लोकसभा सीट और एक राज्यसभा सीट ऑफर की गई है. अब अगर गठबंधन के तहत इसी बार के चुनाव में राज्यसभा के लिए एनडीए से आठवां उम्मीदवार मैदान में आ सकता है. लेकिन आठवें उम्मीदवार के तौर जयंत चौधरी के पार्टी से प्रत्याशी होने की संभावना जताई जा रही है.
एनडीए के लिए भी पेंच फंसा
अगर बीजेपी गठबंधन आठवां उम्मीदवार उतार देता है तो समाजवादी पार्टी के लिए मुश्किल बढ़ जाएगी. आंकड़ों के अनुसार अगर आरएलडी को सपा गठबंधन से अलग कर दिया जाए तो सपा और कांग्रेस गठबंधन के पास कुल 110 विधायक बचते हैं. वहीं सपा के ओर से तीन उम्मीदवार राज्यसभा के लिए उतारे जाने की संभावना है. ऐसे में पार्टी के पास तीसरे उम्मीदवार के लिए सात विधायक कम हो जाएंगे. लेकिन दूसरी ओर एनडीए के लिए भी पेंच फंस जाएगा.
एनडीए के ओर से सात उम्मीदवार का राज्यसभा जाना तय माना जा रहा है. लेकिन अगर एनडीए के ओर से जयंत चौधरी की पार्टी से आठवां उम्मीदवार उतारा जाता है तो वोटिंग की नौबत आ जाएगी. तब एनडीए के आठवें और सपा के तीसरे उम्मीदवार के लिए लड़ाई रहेगी. हालांकि एनडीए के पास आरएलडी के विधायकों को जोड़कर 288 विधायक हो रहे हैं. यानी आठवीं सीट के लिए इनके पास भी 24 विधायक कम पड़ रहे हैं.