Ram Mandir: आज से अयोध्या में शुरू हुए अनुष्ठान, कल नए मंदिर में प्रवेश करेंगे रामलला, जानें प्राण प्रतिष्ठा तक का पूरा कार्यक्रम

Ram Mandir: 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी, जिसको लेकर देशभर में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है.
Ram Mandir

रामलला (फोटो-@ShriRamTeerth)

Ram Mandir: अयोध्या में नए राम मंदिर (Ram Mandir) में भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के धार्मिक अनुष्ठान आज (मंगलवार) से शुरू हो गए हैं. ये कार्यक्रम अगले 6 दिन तक चलेंगे. कल (17 जनवरी) को रामलला मंदिर में प्रवेश करेंगे. अगले दिन यानी 18 जनवरी को भगवान रामलला स्वयं गर्भगृह में प्रवेश करेंगे.

22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी, जिसको लेकर देशभर में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, भगवान रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा योग का शुभ मुहूर्त, पौष शुक्ल कूर्म द्वादशी, विक्रम संवत 2080, यानी सोमवार, 22 जनवरी, 2024 को आ रहा है. मंदिर ट्रस्ट की ओर से प्राण प्रतिष्ठा और संबंधित आयोजनों की पूरी जानकारी साझा की गई है.

इसके मुताबिक, सभी शास्त्रीय परंपराओं का पालन करते हुए, प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम अभिजीत मुहूर्त में संपन्न किया जाएगा. प्राण प्रतिष्ठा के पूर्व शुभ संस्कारों का प्रारंभ कल 16 जनवरी 2024 से होगा, जो 21 जनवरी, 2024 तक चलेगा.

द्वादश अधिवास इस प्रकार आयोजित होंगे

16 जनवरी: प्रायश्चित्त और कर्मकूटि पूजन
17 जनवरी: मूर्ति का परिसर प्रवेश
18 जनवरी (सायं): तीर्थ पूजन, जल यात्रा, जलाधिवास और गंधाधिवास
19 जनवरी (प्रातः): औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास
19 जनवरी (सायं): धान्याधिवास
20 जनवरी (प्रातः): शर्कराधिवास, फलाधिवास
20 जनवरी (सायं): पुष्पाधिवास
21 जनवरी (प्रातः): मध्याधिवास
21 जनवरी (सायं): शय्याधिवास

अधिवास प्रक्रिया एवं आचार्य: सामान्यत: प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में सात अधिवास होते हैं और न्यूनतम तीन अधिवास अभ्यास में होते हैं. समारोह के अनुष्ठान की सभी प्रक्रियाओं का समन्वय, समर्थन और मार्गदर्शन करने वाले 121 आचार्य होंगे. श्री गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ सभी प्रक्रियाओं की निगरानी, समन्वय और दिशा-निर्देशन करेंगे और काशी के लक्ष्मीकांत दीक्षित मुख्य आचार्य होंगे.

प्राण प्रतिष्ठा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य विशिष्ट व्यक्तियों की उपस्थिति में होगी.

भारतीय आध्यात्मिकता, धर्म, संप्रदाय, पूजा पद्धति, परंपरा के सभी विद्यालयों के आचार्य, 150 से अधिक परंपराओं के संत, महामंडलेश्वर, मंडलेश्वर, श्रीमहंत, महंत, नागा सहित 50 से अधिक आदिवासी, गिरिवासी, तातवासी, द्वीपवासी आदिवासी परंपराओं के प्रमुख व्यक्तियों की कार्यक्रम में उपस्थिति रहेगी, जो राम मंदिर परिसर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के दर्शन पहुंचेंगे.

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