रामोजी ग्रुप के संस्थापक Ramoji Rao का निधन, 87 साल की उम्र में ली अंतिम सांस
Ramoji Rao Passed Away: रामोजी ग्रुप के संस्थापक रामोजी राव का 87 साल की उम्र में निधन हो गया है. वह कई दिनों से बीमार चल रहे थे. उन्होंने हैदाराबाद के एक अस्पताल में शनिवार सुबह अंतिम सांस ली. राव के निधन से एंटरटेनमेंट और मीडिया इंडस्ट्री में शोक की लहर है.
जानकारी के मुताबिक, रामोजी राव का हैदराबाद के स्टार अस्पताल में इलाज चल रहा था. उन्हें पांच जून को हाई ब्लड प्रेशर और सांस लेने में तकलीफ के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था. राव के निधन पर केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने शोक जताया है. उन्होंने कहा, “रामोजी राव के निधन से दुखी हूं. तेलुगू मीडिया और पत्रकारिता में उनका योगदान सराहनीय है. मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ है. ॐ शांति.”
Saddened by the passing of Shri Ramoji Rao garu.
His remarkable contributions to Telugu media and journalism is commendable.
My deepest condolences to his family members.
Om Shanti 🙏 pic.twitter.com/zJzTyOMbL7
— G Kishan Reddy (Modi Ka Parivar) (@kishanreddybjp) June 8, 2024
पद्म विभूषण से किया गया था सम्मानित
चेरुकुरी रामोजी राव भारतीय व्यवसायी, मीडिया उद्यमी और फिल्म निर्माता थे. वह रामोजी ग्रुप के प्रमुख थे, जो दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म निर्माण सुविधा रामोजी फिल्म सिटी, ईनाडु अखबार, टीवी चैनलों के ईटीवी नेटवर्क, फिल्म निर्माण कंपनी उषा किरण मूवीज के मालिक हैं. उनके अन्य व्यावसायिक उपक्रमों में मार्गदर्शी चिट फंड, डॉल्फिन ग्रुप ऑफ़ होटल्स, कलंजलि शॉपिंग मॉल, प्रिया अचार और मयूरी फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर्स शामिल हैं. बता दें कि राव को 2016 में पत्रकारिता, साहित्य और शिक्षा में उनके योगदान के लिए भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था.
चंद्रबाबू नायडू बोले- राव के निधन से गहरा सदमा लगा
टीडीपी चीफ एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि रामोजी राव के निधन से गहरा सदमा लगा है. उन्होंने कहा, “साधारण परिवार में जन्म लेकर असाधारण उपलब्धियां हासिल करने वाले रामोजी राव के निधन से गहरा दुख पहुंचा है. अक्षरा योद्धा के रूप में रामोजी ने तेलुगु प्रदेश और देश को अनेक सेवाएं दीं. रामोजी तेलुगु लोगों की संपत्ति हैं, जिन्होंने अपने जीवन पर सबसे प्रभावशाली छाप छोड़ी है. उनका निधन न केवल तेलुगु लोगों के लिए बल्कि देश के लिए भी एक बड़ी क्षति है. समाज के कल्याण के लिए अथक काम करने के लिए उनकी ख्याति अमर है.”
नायडू ने आगे कहा, “रामोजी का मीडिया के क्षेत्र में एक अनूठा युग था. अनेक चुनौतियों और समस्याओं को पार करते हुए रामोजी राव ने जिस तरह से हार न मानते हुए मूल्यों के साथ संगठन को चलाया, वह सभी के लिए आदर्श है. दशकों के अपने सफर में रामोजी राव ने हमेशा लोगों की भलाई और समाज के कल्याण के लिए काम किया है. वे मीडिया के क्षेत्र में एक शिखर पुरुष थे और हम इस तथ्य को पचा नहीं पा रहे हैं कि वे अब नहीं रहे. लोगों को अच्छी नीतियां प्रदान करने में रामोजी के सुझाव और सलाह हमेशा सर्वोच्च रहे हैं. मैं प्रार्थना करता हूं कि रामोजी राव की आत्मा को शांति मिले.”