एस जयशंकर ने नरेंद्र मोदी को बताया ‘डिमांडिंग बॉस’, बोले- पीएम के सामने पूरी तरह से तैयार रहना होगा
PM Narendra Modi: देश के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डिमांडिंग बॉस बताया है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पीएम मोदी के साथ अपने काम करने का अनुभव शेयर किया है. अपने शेयर अनुभव में उन्होंने कहा कि ‘पीएम नरेंद्र मोदी एक डिमांडिंग और इंटरैक्टिव बॉस हैं.’
पीएम के सामने तैयार रहना पड़ता है
मुंबई में आयोजित आदित्य बिरला ग्रुप के छात्रवृत्ति कार्यक्रम के सिल्वर जुबली समारोह में विदेश मंत्री एस जयशंकर पहुंचे थे. इसी दौरान उन्होंने पीएम के साथ काम करने का अनुभव शेयर किया। इस कार्यक्रम में उनसे पूछा गया कि पीएम मोदी एक बॉस के रूप में कैसे हैं ? जिसका जवाब देते हुए एस जयशंकर ने कहा, ‘मेरे डेली मूल्यांकन सेशन होते हैं. पीएम को लेकर अगर मैं कुछ कहूं तो वह एक डिमांडिंग बॉस हैं. मैं ऐसा इसलिए कह रहा हूं क्योंकि वह तैयारी करते हैं. यदि आप किसी बात पर चर्चा कर रहे हैं, तो आपको पूरी तरह से उनके सामने तैयार रहना होगा. आपको यह जानना होगा कि आप अपना तर्क या मामला रखने के लिए किस बारे में बात कर रहे हैं. आपको अपना पक्ष रखना होगा जिसके लिए आपके पास पर्याप्त डेटा होना चाहिए.’
#WATCH | Mumbai: When asked how is PM Modi as a boss, EAM Dr S Jaishankar says “I have daily appraisal sessions…In a way, I would say he’s honestly a demanding boss. I say that because he prepares. If you’re discussing something, you have to be fully prepared. You have to know… pic.twitter.com/Np98WrJP4v
— ANI (@ANI) November 10, 2024
पीएम की विशेषता
एस जयशंकर ने पीएम के बारे में बात करते हुए आगे बताया कि ‘पीएम मोदी की नेतृत्व शैली की कई विशेषताएं हैं. इनमें से दो विशेषता यह है कि पीएम मोदी खुली चर्चा को प्रोत्साहित करते हैं और अपनी टीम को “ऑपरेशनल फ्रीडम” देते हैं. वहीं उनकी दूसरी विशेषता यह है कि वह ऐसे बॉस हैं जो निर्णय लेने से पहले डिस्कस करते हैं. उनका निर्णय लेने का तरीका बहुत अच्छा है बहुत इंटरैक्टिव है.’
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पीएम के साथ काम करने को लेकर जयशंकर ने कहा- ‘मुझे उनके साथ काम करने में मजा आया, क्योंकि वह एक कॉल लेते हैं और फिर आपको वह छूट देते हैं. यूक्रेन संकट के दौरान, उन्होंने कॉल किया कि हमें लोगों को बाहर निकालने की जरूरत है. जो करना है वह करें, वायु सेना का उपयोग करें, नागरिक उड्डयन का उपयोग करें. वह आपको खुला हाथ छोड़ते हैं.’