जिस प्लेन हाईजैक का केस सुलझा रहे थे एस जयशंकर, उसी में सवार थे उनके पिता, विदेश मंत्री ने बताई 1984 की कहानी
Foreign Minister S Jaishankar: केंद्रीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर इन दिनों विदेश दौरे पर हैं. जर्मनी का दौरा पूरा करने के बाद वे गुरुवार को जेनेवा पहुंचे. यहां उन्होंने भारतीय समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की. भारतीय समुदाय के लोगों से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि उनके अधिकांश समकक्ष, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति यह जानने में दिलचस्पी रखते हैं कि भारत में क्या हो रहा है. इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज ‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक’ को लेकर जारी विवाद पर भी प्रतिक्रिया दी. हालांकि, उन्होंने इस मामले में कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.
भारतीय समुदाय से बातचीत के दौरान एस. जयशंकर ने कहा, “मेरे अधिकांश समकक्ष, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति यह जानने में दिलचस्पी रखते हैं कि भारत में क्या चल रहा है. अन्य देश आज हमें दिलचस्पी से देख रहे हैं. हमने जो किया, दुनिया के लिए यह एक सबक है.”
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जयशंकर ने बताया 1984 का किस्सा
वेब सीरीज ‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक’ को लेकर जारी विवादों पर जयशंकर ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, “मैंने फिल्म नहीं देखी, इसलिए मैं इसपर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा. लेकिन, मैं एक कहानी बताता हूं. 1984 में एक फ्लाइट हाईजैक हुआ था, उस समय मैं एक युवा अफसर था. मैं उस टीम का हिस्सा था, जो इनसे निपट रही थी. हाईजैक के तीन-चार घंटे बाद मैंने अपनी मां को यह कहने के लिए फोन किया कि मैं घर नहीं आ सकता. तब मुझे मालूम चला कि मेरे पिता भी उसी फ्लाइट में थे. हालांकि, किसी की जान नहीं गई.
यह काफी दिलचस्प था क्योंकि एक तरफ मैं इस टीम का हिस्सा था जो हाईजैक पर काम कर रही थी और दूसरी तरफ मैं उस परिवार के सदस्यों में शामिल था जो हाईजैक को लेकर सरकार पर लगातार दबाव बना रहे थे.”
24 दिसंबर, 1999 को हाईजैक हुई थी विमान
बता दें कि ‘आईसी 814: द कंधार हाईजैक’ वेब सीरीज ‘ 24 दिसंबर, 1999 को इंडियन एयरलाइंस के आईसी-814 विमान को पांच आतंकवादियों द्वारा अपहरण कर लिए जाने पर आधारित है. ये विमान काठमांडू से दिल्ली के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन उड़ान भरने के 40 मिनट बाद ही 154 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों के साथ इसे हाइजैक कर लिया गया था.
कोलकाता कांड पर भी बोले विदेश मंत्री
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में आरजी मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में एक महिला डॉक्टर से दुष्कर्म और हत्या मामले पर भी जयशंकर ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, “मुझे नहीं लगता कि देश में एक भी व्यक्ति ऐसा होगा जो इस घटना से नाराज न हो. आप इसे सड़कों पर देख सकते हैं. हमारे देश में सुरक्षा और महिलाओं के खिलाफ अत्याचार एक बड़ा मुद्दा है. यह दूसरे लोगों के देशों में भी होता है. मुझे प्रधानमंत्री की कही हुई बातें याद आ रही हैं. उन्होंने लाल किले की प्राचीर से कहा था कि जब हमारी बेटियां देर रात बाहर जाती हैं तो हम उनसे बातें करते हैं, पूछते हैं. क्या आपने ऐसा अपने बेटों के साथ किया है? आज महिलाओं की सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा है.”