Sandeshkhali Violence: पीएम मोदी ने संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं से की मुलाकात, उनका दर्द सुनकर हो गए भावुक
Sandeshkhali Violence: पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं से मुलाकात की है. इससे पहले मंगलवार को पीएम मोदी पश्चिम बंगला पहुंचे थे. बुधवार को उन्होंने कई कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और कई परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. इसके बाद एक जनसभा को संबोधित किया.
पीएम मोदी ने बुधवार की दोपहर को एक महिलाओं की जनसभा को संबोधित करने के बाद संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं से मुलाकात की. कुछ मीडिया रिपोर्टस की माने तो महिलाओं ने अपनी आपबीती पीएम मोदी के सामने रखी. वहीं प्रधानमंत्री ने एक पिता तुल्य महिलाओं की बातें धैर्यपूर्वक सुनीं. पीड़ित महिलाएं इस बात से काफी भावुक थीं कि पीएम ने उनका दर्द समझा है.
व्यवस्था को यहां लागू नहीं होने दे रही टीएमसी- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ” तुष्टिकरण और टोलाबाजों के दबाव में काम करने वाली TMC सरकार कभी भी बहन बेटियों को सुरक्षा नहीं दे सकती. वहीं दूसरी तरफ भाजपा की केंद्र सरकार है, जिसने बलात्कार और रेप जैसे संगीन अपराध के लिए फांसी की सजा तक की व्यवस्था की है. संकट के समय बहनें आसानी से शिकायत कर सकें, इसके लिए महिला हेल्पलाइन बनाई गई है. लेकिन TMC सरकार इस व्यवस्था को यहां लागू नहीं होने दे रही है. ऐसी महिला विरोधी TMC सरकार महिलाओं का कभी भला नहीं कर सकती.”
उन्होंने कहा, ‘इसी धरती पर TMC के राज में नारीशक्ति पर अत्याचार का घोर पाप हुआ है. संदेशखाली जो कुछ भी हुआ, उससे किसी का भी सिर शर्म से झुक जाएगा. लेकिन यहां की TMC सरकार को, आपके दुख से कोई फर्क नहीं पड़ता. TMC सरकार बंगाल की महिलाओं के गुनाहगारों को बचाने के लिए पूरी शक्ति लगा रही है. लेकिन पहले हाइकोर्ट और फिर सुप्रीम कोर्ट से भी राज्य सरकार को झटका लगा है.’
जनसभा के दौरान पीएम मोदी ने कहा, “गरीब, दलित, आदिवासी परिवारों की बहन-बेटियों के साथ TMC के नेता जगह-जगह अत्याचार कर रहे हैं. लेकिन TMC सरकार को अपने अत्याचारी नेता पर भरोसा है, बांग्ला बहन-बेटियों पर भरोसा नहीं है. इस व्यवहार से बंगाल की महिलाएं, देश की महिलाएं आक्रोश में हैं. नारीशक्ति के आक्रोश का ये ज्वार संदेशखाली तक ही सीमित नहीं रहने वाला.”