ममता बनर्जी के समर्थन में आए शरद पवार और तेजस्वी यादव, अब INDIA गठबंधन में कांग्रेस का क्या होगा?

INDIA Alliance: एनसीपी नेता शरद पवार ने ममता बनर्जी के बयान का समर्थन किया है. शरद पवार के अलावा आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी ममता बनर्जी के बयान का समर्थन किया है.
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शरद पवार और तेजस्वी यादव ने ममता बनर्जी के बयान का समर्थन किया

INDIA Alliance: शुक्रवार, 6 दिसंबर को टीएमसी मुखिया ममता बनर्जी ने I.N.D.I.A. गठबंधन का नेतृत्व करने की इक्छा जताई थी. जिसके बाद इंडी ब्लॉक के दलों के बीच बयानबाजी तेज हो गई. अब एनसीपी नेता शरद पवार ने ममता बनर्जी के बयान का समर्थन किया है. शरद पवार के अलावा आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने भी ममता बनर्जी के बयान का समर्थन किया है. अब ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि इंडी ब्लॉक की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस यानी राहुल गांधी का क्या होगा?

ममता बनर्जी ने शुक्रवार को एक बयान के तहत विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन के कामकाज पर असंतोष व्यक्त किया और मौका मिलने पर इसकी कमान संभालने के अपने इरादे का संकेत दिया था. उनका कहना था कि वह इंडिया ब्लॉक की कमान संभालना चाहेंगी. ममता के इस बयान पर विपक्षी दलों का बयान लगातार आर अहा है. लेकिन अब शनिवार को कोल्हापुर में पत्रकारों से बात करते हुए शरद पवार ने ममता बनर्जी का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एक सक्षम नेता हैं और उन्हें विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व करने की अपनी इच्छा दिखाने का अधिकार है.

शरद पवार ने कहा

NCP (SP) के प्रमुख शरद पवार ममता बनर्जी को समर्थन ऐसे समय में आया जब अलग-अलग क्षेत्रीय दलों के असंतोष है. हरियाणा और महाराष्ट्र चुनाव में कांग्रेस को मिले चुनावी झटकों के कारण इंडिया गठबंधन के भीतर दलों के बीच ‘तनाव’ बना हुआ है. मीडिया के द्वारा ममता बनर्जी की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर शरद पवार ने कहा, ‘वह देश की एक सक्षम नेता हैं और उन्हें यह कहने का अधिकार है. उन्होंने संसद में जो सांसद भेजे हैं, वे मेहनती और जागरूक हैं.’

तेजस्वी यादव ने भी किया समर्थन

इधर, बिहार की सबसे बड़ी क्षेत्रीय पार्टी आरजेडी नेता और लालू यादव के लाल तेजस्वी यादव ने भी ममता बनर्जी के बयान का समर्थन किया है. हालांकि, तेजस्वी यादव खुलकर ममता बनर्जी के फैसले पर कुछ बोलने से बचते दिखे. लेकिन मीडिया से बात करते हुए कहा कि इसका फैसला सबको मिलकर लेना है. जो सबकी राय बनेगी उसके बाद ही कुछ तय होगा. हमलोगों (RJD) ने इसपर अभी कोई निर्णय नहीं लिया है. हमारे समझ से इंडिया गठबंधन में जितने भी सीनियर नेता हैं उनमें कोई भी आए उसमें किसी बात की आपत्ति नहीं है.

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वहीं ममता के बयान पर तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ने कहा कि वह बंगाल की मुख्यमंत्री के रूप में अपनी भूमिका जारी रखते हुए विपक्षी मोर्चे के नेतृत्व के साथ दोहरी जिम्मेदारी संभालने में सक्षम होंगी.

अब कांग्रेस का क्या ?

इंडी ब्लॉक में क्षेत्रीय दल एक तरफ होते दिख रहे हैं. ऐसे में एक दशक से भारत की सत्ता से दूर कांग्रेस इंडी ब्लॉक में अलग-थलग होता दिख रहा है. राजनीतिक जानकारों की माने तो कांग्रेस को अपना डोमिनेटिंग बिहेवियर चेंज करने की जरुरत है. नहीं तो आने वाले दिनों में कांग्रेस अकेला रह सकता है.

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