Assam Flood: असम में बाढ़ से आज 6 और लोगों की मौत, अब तक मरने वालों की संख्या हुई 72
Assam Flood: असम में पिछले कई दिनों से बाढ़ का प्रकोप जारी है. सोमवार को पिछले 24 घंटों में छह और लोगों की मौत हो गई, जिससे राज्य में इस साल बाढ़ से मरने वालों की संख्या 72 हो गई है. रविवार को राज्य में पिछले 24 घंटों में बाढ़ के पानी में डूबने से तीन बच्चों समेत आठ लोगों की मौत हो गई. जिसमें मरने वालों की संख्या बढ़कर 66 हो गई. एएसडीएमए बाढ़ रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को धुबरी और नलबाड़ी जिले में 2-2 लोगों की मौत हो गई और कछार, गोलपारा, धेमाजी, शिवसागर जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई थी.”
राज्य में रविवार को आई बाढ़ की स्थिति अभी भी कुछ जिलों में गंभीर बनी हुई है. 28 जिलों के 22.74 लाख से अधिक लोग अभी भी बाढ़ से प्रभावित हैं. बाढ़ प्रभावित जिलों में कामरूप, नागांव, कछार, धुबरी, गोलपारा, मोरीगांव, हैलाकांडी, बोंगाईगांव, दक्षिण सलमारा, डिब्रूगढ़, करीमगंज, लखीमपुर, होजई, नलबाड़ी, चराइदेव, बिस्वनाथ, गोलाघाट समेत और भी कई जिले शामिल हैं.
कई क्षेत्रों में बाढ़ ने मचाई भारी तबाही
बता दें कि असम 3446 गांव अभी भी पानी में हैं और बाढ़ के पानी ने 68432.75 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को जलमग्न कर दिया है. अकेले धुबरी जिले में 754791 लोग प्रभावित हुए हैं. इसके बाद कछार जिले में 177928 लोग, बारपेटा में 134328 लोग, दरांग में 117581 लोग, गोलाघाट में 112322 लोग, दक्षिण सलमारा जिले में 100926 लोग प्रभावित हुए हैं. वहीं 3.69 लाख से अधिक लोगों ने 630 राहत शिविरों में शरण ली है और प्रशासन द्वारा 26 जिलों में वितरण केंद्र स्थापित किए गए हैं. बाढ़ की दूसरी लहर में 1563426 घरेलू जानवर भी प्रभावित हुए हैं.
रविवार को बाढ़ के पानी में 214 जानवर बह गए और लगभग 300 घर क्षतिग्रस्त हो गए. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं और स्थानीय प्रशासन की बचाव टीमें कई बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव कार्य में लगी हुई हैं. पिछले 24 घंटों में बाढ़ के पानी से 172 सड़कें, 6 पुल, 8 तटबंध क्षतिग्रस्त हो गए. ब्रह्मपुत्र, बराक और उसकी सहायक नदियों सहित 9 नदियां उफान पर हैं और राज्य में कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.
खतरे के ऊपर बह रही ब्रह्मपुत्र नदी
ब्रह्मपुत्र नदी का जल स्तर नेमाटीघाट, तेजपुर और धुबरी में खतरे के स्तर से ऊपर बह रहा है. गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र नदी का जल स्तर घट रहा है.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भी कामरूप जिले में बाढ़ के प्रभाव का आकलन करने और प्रभावित निवासियों को राहत वितरण की निगरानी करने के लिए बाढ़ राहत शिविरों का दौरा किया. इस दौरान सीएम ने विस्थापित परिवारों से बातचीत की और उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत नए घर देने का आश्वासन दिया.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए सीएम सरमा ने लिखा, असम में बाढ़ के कारण कई परिवारों के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और वे हमारे राहत शिविरों में आ गए हैं. आज मैं पलाशबाड़ी में ऐसे कुछ लोगों से मिला और उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत नए घर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.”