दिल्ली में अब लगेगा ट्रैफिक टैक्स, FASTag से होगी वसूली, जानें क्या है आतिशी सरकार का प्लान

Delhi News: दिल्ली की आतिशी सरकार द्वारा बनाई गई इस योजना के तहत सरकर ये टैक्स मैन्युअल तरीके से नहीं वसूलेगी, बल्कि फास्टैग का इस्तेमाल करेगी. इसके तहत आरएफआईडी रीडर और एनपीआर (नंबर प्लेट पहचान) कैमरों की मदद से ऐसा किया जाएगा.
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प्रतीकात्मक तस्वीर

Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली में ट्रैफिक जाम एक बड़ी समस्या रहा है. हरियाणा, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश राजस्थान जैसे पड़ोसी राज्यों से आने वाले ट्रैफिक के चलते यह समस्या ज्यादा बड़ी इसलिए भी हो जाती है. इस समस्या को कंट्रोल करने के लिए दिल्ली सरकार एक नया प्लान बना रही है और योजना यह है कि ट्रैफिक जाम का कारण बनने वाले लोगों से कंजेशन टैक्स या ट्रैफिक टैक्स वसूला जाएगा.

दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि राष्ट्रीय राजधानी में लगातार बढ़ती वाहनों की संख्या, उनसे होने वाले प्रदूषण और लगने वाले ट्रैफिक जाम के चलते दिल्ली सरकार अब नया प्लान बना रही है. इसके तहत इस समस्या को कम करने के लिए कंजेशन टैक्स लाने की योजना बना रही है.

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क्या है दिल्ली सरकार की प्लानिंग

जानकारी के मुताबिक, दिल्ली सरकार ट्रैफिक जाम और प्रदूषण से निपटने के लिए शहर के 13 अहम रास्तों में पर पीक आवर्स में टैक्स लगाने वाली है. इस नियम के तहत सुबह 8 बजे से 10 बजे से शाम साढ़े 5 से लेकर 7:30 बजे तक दिल्ली में दाखिल होने वाली गाड़ियों से कंजेशन टैक्स लगाने वसूलने की प्लानिंग कर रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक यह आइडिया लंदन, न्यूयॉर्क और सिंगापुर जैसे शहरों से लिया गया है. इस टैक्स से मिलने वाले पैसे का इस्तेमाल पब्लिक ट्रांसपोर्ट बेहतर बनाने और सड़कों को दुरुस्त करने के लिए किया जाएगा.

Fastag से वसूला जाएगा टैक्स

दिल्ली की आतिशी सरकार द्वारा बनाई गई इस योजना के तहत सरकर ये टैक्स मैन्युअल तरीके से नहीं वसूलेगी, बल्कि फास्टैग का इस्तेमाल करेगी. इसके तहत आरएफआईडी रीडर और एनपीआर (नंबर प्लेट पहचान) कैमरों की मदद से ऐसा किया जाएगा, जिससे वाहन बिना रुके टैक्स का भुगतान कर सकें और ट्रैफिक जाम न लग सके. दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कंजेशन राशि पर काम कर रहे है. इससे जुड़ा एक प्रस्ताव भी दिया गया है. हालांकि मोटर वाहन अधिनियम में ऐसे शुल्क का जिक्र नहीं है, इसलिए या तो अधिनियम में बदलाव या नए वैधानिक प्रावधानों की आवश्यकता है.

बता दें कि दिल्ली के आसपास के शहरों में तेजी से हो रहे विकास के चलते गाड़ियों की संख्या बढ़ गई है और इसके चलते ट्रैफिक जाम और प्रदूषण की समस्या बढ़ रही है, और जब जाम में फंसी गाड़ियों के इंजन चालू रहने की वजह से प्रदूषण बढ़ता है, तो समस्या और ज्यादा बढ़ती है. ज्यादा ट्रैफिक जाम वाले इलाकों की बात करें तो दिल्ली के बॉर्डर पर डीएनडी और न्यू अशोक नगर जैसे इलाकों में सबसे ज्यादा ट्रैफिक जाम की समस्या देखने को मिलती है.

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