Nepal: नेपाल में भूस्खलन के बाद नदी में बहीं दो बसें, 60 से ज्यादा लापता
Nepal: पड़ोसी मुल्क नेपाल में शुक्रवार सुबह बड़ा हादसा हो गया है. यहां नारायणगढ़-मुग्लिन सड़क खंड पर भूस्खलन के कारण लगभग 63 यात्रियों को ले जा रही दो बसें त्रिशूली नदी में बह गईं. हादसे की भयावहता को देखते हुए इनमें से अधिकांश के मरने का अनुमान लगाया जा रहा है. एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है.
प्रधानमंत्री दहल ने जताया दुख
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “नारायणगढ़-मुग्लिन सड़क खंड पर भूस्खलन में बस के बह जाने से लगभग पांच दर्जन यात्रियों के लापता होने की रिपोर्ट और देश के विभिन्न हिस्सों में बाढ़ और भूस्खलन के कारण संपत्तियों के नुकसान से मैं बहुत दुखी हूं. मैं गृह प्रशासन सहित सरकार की सभी एजेंसियों को यात्रियों की खोज और प्रभावी बचाव के निर्देश देता हूं.”
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अंधेरा होने की वजह से सुबह करीब साढ़े तीन बजे भूस्खलन का शिकार हुई दोनों बसें त्रिशूली नदी में बह गईं. हादसे में कई भारतीयों की मौत की भी खबर है. इस बीच मौसम खराब रहने के कारण काठमांडू से भरतपुर तक की सभी उड़ानें आज के लिए रद्द कर दी गई हैं.
नेपाल ने मानसूनी बारिश के आगे किया सरेंडर
मानसूनी बारिश के आगे मानो नेपाल ने सरेंडर कर दिया है. अब तक कम से कम 62 लोगों की मौत हो गई है. भारी बारिश की वजह से प्रॉपर्टी को काफी नुकसान पहुंचा है. बताया जा रहा है कि 121 घर बारिश में गिर गए हैं. अब तक एक हजार से अधिक परिवारों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया गया है. काठमांडू और भक्तपुर जैसे शहर जलसमाधि लेते नजर आ रहे हैं. काठमांडू की जिन सड़कों पर गाड़ियां फर्राटा भरती दिखती थीं, वहां सन्नाटा पसरा है.
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नेपाल की बारिश का असर भारत के कई इलाकों में देखा जा रहा है. दरअसल, नेपाल के तराई क्षेत्रों में लगातार हो रही बारिश से अब बिहार के शिवहर के कई इलाकों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. वहीं, पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है.