Jagdeep Dhankar Resigns: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का इस्तीफा, स्वास्थ्य कारणों का दिया हवाला, 2027 तक था कार्यकाल
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दिया.
Jagdeep Dhankar Resigned: भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. राष्ट्रपति को सौंपे अपने इस्ताफे में उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है. पत्र में उन्होंने लिखा, ‘स्वास्थ्य की प्राथमिकता और चिकित्सकीय सलाह का पालन करते हुए मैं भारत के उपराष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से त्यागपत्र दे रहा हूं.’ धनखड़ का कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था.
PM, राष्ट्रपति और मंत्रिपरिषद को दिया धन्यवाद
जगदीप धनखड़ ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद को सहयोग करने के लिए उनका धन्यवाद दिया है. उन्होंने अपने पत्र में लिखा, ‘इस महान लोकतंत्र में उपराष्ट्रपति के रूप में मिले अनुभव और दृष्टिकोणों के लिए मैं गहराई से आभारी हूं. यह मेरे लिए सौभाग्य और संतोष की बात रही है कि मैंने भारत की अभूतपूर्व आर्थिक प्रगति और इस परिवर्तनकारी युग में उसके तेज विकास को देखा और उसमें भागीदारी की. हमारे राष्ट्र के इतिहास के इस महत्वपूर्ण दौर में सेवा करना मेरे लिए सच्चे सम्मान की बात रही.’
आज जब मैं इस सम्माननीय पद को छोड़ रहा हूं, मेरे दिल में भारत की उपलब्धियों और शानदार भविष्य के लिए गर्व और अटूट विश्वास है.’
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने पद से दिया इस्तीफा#JagdeepDhankhar #JagdeepDhankharResign #BreakingNews pic.twitter.com/7Pip4SK8NQ
— Vistaar News (@VistaarNews) July 21, 2025
तबीयत खराब होने पर AIIMS में हुए थे भर्ती
एक महीने पहले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ नैनीताल में कुमाऊं यूनिवर्सिटी के गोल्डन जुबली समारोह में बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए थे. लेकिन कार्यक्रम खत्म होने के बाद उनके सीने में अचानक दर्द उठा था. इसके बाद पूर्व सांसद महेंद्र सिंह पाल और सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें संभाला था. इस दौरान के महेंद्र सिंह पाल के कंधे पर हाथ रखकर वो भावुक दिखाए दिए थे.
वहीं इसी साल मार्च में तबीयत बिगड़ने पर उन्हें AIIMS में भर्ती करवाया गया था. खुद प्रधानमंत्री ने AIIMS जाकर उनका हाल जाना था.
NDA में सिलेक्ट होने के बाद भी ज्वाइन नहीं किया
जगदीप धनखड़ का जन्म 18 मई 1951 को झुंझुनू जिले में एक साधारण किसान परिवार में हुआ था. गांव में ही शुरुआती शिक्षा हुई. सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ में भी उन्होंने पढ़ाई की. उनका सिलेक्शन NDA (नेशनल डिफेंस एकेडमी) में भी हुआ था लेकिन उन्होंने ज्वाइन नहीं किया.
जगदीप धनखड़ ने साल 2022 में 6 अगस्त को 14वें उप राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी. उन्होंने विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा को हराया था.
राज्यपाल और केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं
उपराष्ट्रपति बनने से पहले जगदीप धनखड़ को 30 जुलाई 2019 को बंगाल का 28वां राज्यपाल नियुक्त किया गया था. इसके पहले वे 1989 से 1991 तक राजस्थान के झुंझुनू से लोकसभा सांसद रहे. इस दौरान 1989 से 1991 तक वीपी सिंह और चंद्रशेखर की सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे.