‘वक्फ बोर्ड में सुधार की जरूरत’, कांग्रेस से अलग विक्रमादित्य सिंह का बयान, बोले- समय के साथ बदले कानून
Himachal News: वक्फ बोर्ड को लेकर एक तरफ जहां केंद्र सरकार नए कानून लाने की कोशिश कर रही है. वहीं विपक्षी पार्टियां इसके खिलाफ हैं. इस बीच कांग्रेस पार्टी के नेता और हिमाचल सरकार के मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने पार्टी लाइन से हटकर बयान दिया है. हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने वक्फ बोर्ड में सुधार की जरूरत बताई है. उन्होंने कहा कि समय के साथ हर कानून में तब्दीली लाना आवश्यक है. बता दें कि हिमाचल प्रदेश में वक्फ बोर्ड को भंग करने की मांग उठाई जा रही है. बीते शनिवार को सिरमौर जिला के शिलाई इलाके में वक्फ बोर्ड को भंग करने की मांग को लेकर बड़ा प्रदर्शन हुआ था.
विक्रमादित्य सिंह ने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा, ‘हिमाचल और हिमाचलियत के हित सर्वश्रेष्ठ, सर्वत्र हिमाचल का संपूर्ण विकास. जय श्री राम! समय के साथ हर कानून में तब्दीली लाना आवश्यक है. वक्फ बोर्ड में भी बदलते समय के साथ सुधार की आवश्यकता है.’ वैसे विक्रमादित्य सिंह इससे पहले भी पार्टी लाइन से हटकर बयान दे चुके हैं.
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वक्फ संशोधन विधेयक का विपक्ष ने किया था विरोध
बता दें कि लोकसभा में सरकार ने जब वक्फ संशोधन विधेयक पेश किया था तब विपक्ष ने जमकर विरोध किया था. विपक्ष ने अपने विरोध को संविधान, संघवाद और अल्पसंख्यकों पर हमले से जोड़ दिया. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू को सफाई देना पड़ा था. बीते गुरुवार को भी वक्फ बोर्ड संशोधन पर जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी की बैठक हुई थी. जानकारी के मुताबिक कमेटी ने वक्फ बोर्ड में गैर मुस्लिम सदस्यों को शामिल करने पर विचार किया था. वक्फ पर संयुक्त संसदीय समिति ने जनता से सुझाव मांगे थे. अबतक कमेटी के पास 94 लाख से ज्यादा ईमेल और लाखों की संख्या में लिखित जवाब पहुंच चुके हैं.
शिमला के संजौली से सुलगी चिंगारी
दरअसल, हिमाचल में बीते 31 अगस्त से मस्जिद मामले में बवाल मचा हुआ है. दो गुटों में लड़ाई के बाद मामला हिंदू-मुस्लिम का हो गया है. प्रदेश में अवैध तौर पर बनी मस्जिदों को तोड़ने के लिए लोग सड़कों पर उतर रहे है. शिमला के संजौली मस्जिद से उठा विवाद पूरे प्रदेश में फैल गया है. इसी मामले में देवभूमि संघर्ष समिति ने 27 अक्टूबर को प्रदेशभर में प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है.