“वक्फ की जमीन पर हो रहा महाकुंभ”, मौलाना के बयान पर बवाल, BJP ने साधा निशाना

भंडारी ने वक्फ बोर्ड के संदर्भ में कांग्रेस की भूमिका पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 2013 में वक्फ को इतना सशक्त कर दिया था कि वह गरीबों, किसानों और यहां तक कि सरकारी ज़मीनों को भी वक्फ भूमि के रूप में पहचानने लगे थे.
मौलाना रजवी

मौलाना रजवी

Mahakumbh 2025: बीजेपी प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने महाकुंभ के आयोजन और वक्फ बोर्ड की ज़मीन के मामले को लेकर कांग्रेस-समाजवादी पार्टी पर कड़ा हमला किया है. प्रदीप भंडारी ने कांग्रेस और सपा पर आरोप लगाया कि दोनों दलों ने हमेशा हिंदू धर्म और उसकी आस्थाओं के साथ खिलवाड़ किया है. दरअसल, ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने अपने एक्स पर एक वीडियो पोस्ट में इस तरह का विवादित बयान दिया है.

मौलान ने क्या कहा?

मौलाना ने कहा कि महाकुंभ की जहां तैयारियां की जा रही है वो 55 जमीन विघह वक्फ की है. मुसलमानो ने बडा दिल दिखाते हुए कोई आपत्ती नहीं की मगर दूसरी तरफ अखाड़ा परिषद और दूसरे बाबा लोग मुसलमानों के प्रवेश पर पाबंदी लगा रहे है. ये तंग नजरी छोड़नी होगी, मुसलमानों की तरह बड़ा दिल दिखाना होगा.”

इस बयान पर बीजेपी हमलावर है. भंडारी ने यह भी कहा कि कांग्रेस और सपा के नेताओं का महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजन को वक्फ भूमि पर होने का आरोप लगाने वाले मौलानाओं और कट्टरपंथी तत्वों का समर्थन करना अत्यंत गलत है. उन्होंने कहा कि ये वही लोग हैं जिन्होंने जानबूझकर संभल में स्थित हनुमान मंदिर को 40 वर्षों तक बंद रखा. भंडारी ने कहा कि इन दलों का यह रवैया हिंदू धर्म और उसकी आस्थाओं के खिलाफ है, जो महाकुंभ जैसे आयोजन के भव्यता को देखकर चिढ़ गए हैं.

भंडारी ने कांग्रेस पर लगाए कई आरोप

भंडारी ने वक्फ बोर्ड के संदर्भ में कांग्रेस की भूमिका पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 2013 में वक्फ को इतना सशक्त कर दिया था कि वह गरीबों, किसानों और यहां तक कि सरकारी ज़मीनों को भी वक्फ भूमि के रूप में पहचानने लगे थे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने वक्फ को इतना सशक्त किया कि अब वह सनातन धर्म के धार्मिक स्थलों, मंदिरों और यहां तक कि किसानों और गरीबों की ज़मीनों पर भी कब्जा करने की कोशिश कर रहा है.

महाकुंभ के आयोजन पर भंडारी ने कहा कि इस आयोजन का नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया जा रहा है. यह आयोजन पूरी दुनिया के संत समुदाय का समर्थन प्राप्त कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस आयोजन से कांग्रेस और सपा का गुस्सा इस तथ्य को लेकर है कि यह महाकुंभ हिंदू धर्म के बड़े आयोजन के रूप में आयोजित किया जा रहा है, जिसे पूरी दुनिया में सम्मान मिल रहा है.

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ये दावा निराधार है: भंडारी

इस बयान के साथ, भंडारी ने यह भी साफ किया कि महाकुंभ का आयोजन वक्फ भूमि पर होने का दावा पूरी तरह से गलत और निराधार है, और यह आरोप केवल राजनीतिक फायदे के लिए लगाए गए हैं. इस प्रकार, उन्होंने कांग्रेस और सपा के खिलाफ धार्मिक आस्थाओं के साथ खिलवाड़ करने का गंभीर आरोप लगाया, जो उनकी राजनीतिक रणनीति के तहत होता आया है.

प्रयागराज में 7 दिन बाद महाकुंभ शुरू होने वाला है और आज महाकुंभ में सन्यासी परंपरा के आनंद अखाड़े की पेशवाई भी हुई है. इस बीच, महाकुंभ को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन का बयान विवादों में घिर गया है. उन्होंने महाकुंभ के आयोजन पर कुछ विवादास्पद टिप्पणियां कीं, जिससे राजनीतिक और धार्मिक हलकों में बहस छिड़ गई है.

दरअसल प्रयागराज में जिस दरगाह की जमीन के एक बड़े हिस्से पर महाकुंभ मेला आयोजन का दावा किया जा रहा है, उसका नाम शेख तकिबिया बनी रहमतुल्ला अलेह दरगाह बताया जा रहा है. वह प्रयागराज के झूसी के इलाके में है, जहां तक महाकुंभ क्षेत्र फैला हुआ है.

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