‘अल्पसंख्यक मोर्चे की जरूरत नहीं’, बंगाल में गरजे सुवेंदु अधिकारी, बोले- बंद करो सबका साथ और सबका विकास
West Bengal: पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और वरिष्ठ बीजेपी लीडर सुवेंदु अधिकारी ने बुधवार को बड़ा बयान दिया है. अधिकारी ने कहा कि सबका साथ और सबका विकास की बात नहीं होनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी को अल्पसंख्यक मोर्चे की जरूरत नहीं है.
कोलकाता में बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सुवेंदु अधिकारी ने कहा, “मैंने राष्ट्रवादी मुसलमानों के बारे में बात की थी और आप सभी ने भी कहा था कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ लेकिन मैं इसे अब और नहीं कहूंगा बल्कि अब हम कहेंगे ‘जो हमारे साथ हम उनके साथ’, सबका साथ, सबका विकास बंद करो’, अल्पसंख्यक मोर्चे की जरूरत नहीं है… हम जीतेंगे, हम हिंदुओं और संविधान को बचाएंगे.”
#WATCH | At BJP state executive meeting in Kolkata, West Bengal LoP and BJP leader Suvendu Adhikari says, “…I had spoken about nationalist Muslims and you too had said ‘Sabka Saath, Sabka Vikas’. But I will not say this anymore. Instead, we will now say, ‘Jo Hamare Saath, Hum… pic.twitter.com/mvqKGuJ9iN
— ANI (@ANI) July 17, 2024
अधिकारी के इस बयान से साफ हो गया है कि बीजेपी अब पश्चिम बंगाल में सिर्फ हिंदू मतदाताओं पर फोकस रखेगी. बंगाल बीजेपी का मानना है कि लोकसभा चुनाव में मुस्लिम वोटर्स ने एकजुट होकर टीएमसी का साथ दिया, जबकि हिंदू मतदाताओं में विभाजन देखा गया.
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दरअसल, बीजेपी को हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा था. पार्टी राज्य में केवल 12 सीटों पर सिमट गई थी जबकि उनका दावा था कि वे कम से कम 30 सीटों पर जीत दर्ज करेंगे. सुवेंदु अधिकारी सहित बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेताओं ने दावा किया है कि बंगाल में लाखों हिंदू मतदाताओं को वोट करने से रोक दिया गया था, जिसके कारण उनकी करारी हार हुई. बीते दिनों राज्य की चार विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव को लेकर भी भगवा पार्टी ने आरोप लगाया है कि एक धर्म विशेष के अधिकारियों की ड्यूटी लगाकर टीएमसी को जीताया गया है.
लोकसभा चुनाव में ममता का चला था जादू
लोकसभा चुनाव में सीएम ममता बनर्जी की टीएमसी ने शानदार प्रदर्शन किया था. टीएमसी ने राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से 29 पर जीत दर्ज की थी, जबकि भगवा पार्टी का आंकड़ा सिर्फ 12 पर सिमट गया था. बता दें कि लोकसभा चुनाव से पूर्व बीजेपी ने राज्य में बेहतर प्रदर्शन को लेकर तमाम दावे किए थे, लेकिन सीएम बनर्जी ने इन सभी दावों की हवा निकाल दी.