दुबले-पतले से लड़के ने उड़ा रखी थी कारोबारियों की नींद, जुड़े थे लॉरेंस विश्नोई गैंग से तार, गैंगस्टर अमन साहू एनकाउंटर में ढेर
गैंगस्टर अमन साहू
Gangster Aman Sahu: झारखंड के रांची जिले के छोटे से गांव मतबे में जन्म. नाम अमन साहू. शरीर दुबला-पतला, लेकिन आंखें जिनमें गुस्सा और तेवर नजर आता था. इस लड़के को देखने के बाद कोई सोच भी नहीं सकता कि इसने कई कारोबारियों की नींद उड़ा रखी होगी. भले ही शरीर में दम न दिखता हो लेकिन जिगरा इतना कि बड़े-बड़े व्यापारियी उसका खौफ खाते थे. खुद को वह लॉरेंस विश्नोई गैंग का सदस्य भी बताता था. झारखंड का कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू एनकाउंटर में ढेर हो गया है.
कौन था गैंगस्टर अमन साहू?
अमन साहू रांची के छोटे से गांव मतबे का रहने वाला था. महज 17 साल की उम्र में उसने क्राइम की दुनिया में कदम रखा. सबसे पहले वह नक्सलियों के संपर्क में आया और उनके लिए काम करने लगा. जानकारी के मुताबिक वह हथियार सप्लाई करता था. नक्सलियों के साथ लंबे समय तक जुड़ा रहा और फिर खुद की गैंग बना ली.
बिल्डरों और कारोबारियों की उड़ा दी नींद
अपनी गैंग बनाने के बाद अमन बिल्डरों और बड़े ठेकेदारों से रंगदारी वसूलने लगा. जानकारी के मुताबिक झारखंड और छ्त्तीसगढ़ में उसके खिलाफ 100 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. अमन साहू से बाबा सिद्दीकी मर्डर मामले में भी पूछताछ हो चुकी है. इसकी एक महिला साथी भी अरेस्ट हुई थी.
लॉरेंस विश्नोई गैंग का सदस्य
अमन साहू खुद को लॉरेंस विश्नोई गैंग का सदस्य बताता था. उसके तार कनाडा-मलेशिया तक जुड़े थे. कहा जाता है कि अमन लॉरेंस बिश्नोई को गुर्गै सप्लाई किया करता था, जिसके बदले में उसे हाई टेक हथियार मिलते थे. उसे महंगे कपड़ों का भी शौक था.
अमन साहू का एनकाउंटर
झारखंड के कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया है. पलामू SP ने अमन साहू को रायपुर जेल से लाते वक्त मुठभेड़ हुई. मंगलवार सुबह जिस गाड़ी से अमन साहू को लाया जा रहा था, वह गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होकर पलट गई. गाड़ी पलटने के बाद गैंगस्टर अमन साहू भागने लगा. इसी दौरान मुठभेड़ हुई. उसने पुलिस पर फायरिंग भी की थी, जिसमें झारखंड पुलिस के एक जवान के घायल होने की खबर भी सामने आ रही है. बता दें कि अमन साहू का नाम NTPC DGM मर्डर केस में भी सामने आया था.
रायपुर पुलिस ने किया था गिरफ्तार
13 जुलाई 2024 को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के तेलीबांधा इलाके की एक कंस्ट्रक्शन कंपनी पर फायरिंग की गई थी. फायरिंग के दौरान एक गोली कार के शीशे में लगी थी. पुलिस की जांच में इस हमले के तार गैंगस्टर अमन साहू से जुड़े थे. मामले में आरोपी अमन साहू को छत्तीसगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार किया और 14 अक्टूबर को उसे रायपुर लाया गया था. इसके बाद से 148 दिन तक वह रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद था.