न केजरीवाल, न सिसोदिया, फिर दिल्ली का अगला सीएम कौन? ये हैं 5 दावेदार!
Delhi Chief Minister: दिल्ली शराब नीति मामले में जेल से रिहाई के बाद अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे का ऐलान कर दिया है. पार्टी मुख्यालय में नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने कहा कि दो से तीन दिन में विधायक दल की बैठक होगी और इसमें अगले सीएम का चुनाव होगा. इसी बीच सवाल उठने लगा है कि केजरीवाल के बाद अब दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा?
केजरीवाल के बाद मनीष सिसोदिया को मुख्यमंत्री के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा था. हालांकि, अरविंद केजरीवाल ने स्पष्ट कर दिया की पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया आने वाले दिनों में दिल्ली के एक-एक घर में जाकर आम आदमी पार्टी के लिए प्रचार करेंगे. केजरीवाल ने यह भी कहा कि सिसोदिया पर भी मेरे जैसे ही आरोप लगा हैं. इसलिए वह मुख्यमंत्री नहीं बनेगें.
“दिल्ली में जल्द हो विधानसभा चुनाव”
केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद यह माना जा रहा था कि वह मुख्यमंत्री बने रहेंगे क्योंकि कुछ ही महीनों में दिल्ली में विधानसभा के चुनाव होने हैं. दिल्ली में 2015 और 2020 के चुनाव में आम आदमी पार्टी को जो प्रचंड बहुमत मिला था, उसके पीछे अरविंद केजरीवाल ही बड़ी वजह थे. लेकिन केजरीवाल ने राजनीति के विश्लेषकों को हैरान करते हुए यह ऐलान कर दिया कि वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे और पार्टी किसी नए नेता को मुख्यमंत्री बनाएगी.
मुख्यमंत्री की रेस में ये 4 नाम
यह लगभग तय है कि विधायकों में से ही पार्टी किसी नेता को मुख्यमंत्री बनाएगी. ऐसी स्थिति में चार बड़े चेहरे निकल कर सामने आते हैं. यह तीनों ही चेहरे आम आदमी पार्टी की सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और 2012 में आम आदमी पार्टी की स्थापना के बाद से ही अरविंद केजरीवाल के करीबियों में शुमार रहे हैं.
गोपाल राय
इनमें पहला नाम आता है गोपाल राय का. गोपाल राय दिल्ली में आम आदमी के संयोजक हैं और अरविंद केजरीवाल की गैर मौजूदगी में पार्टी संगठन के कामकाज को संभालते हैं. गोपाल राय केजरीवाल सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. गोपाल राय बाबरपुर सीट से विधायक हैं.
आतिशी
दूसरे नंबर पर नाम आता है आतिशी का. आतिशी दिल्ली सरकार में पीडब्ल्यूडी, शिक्षा जैसे अहम मामलों की मंत्री हैं. वह दिल्ली की कालकाजी सीट से विधायक हैं और सरकार के फैसलों को मीडिया के सामने प्रमुखता से रखती हैं. वह मीडिया में आम आदमी पार्टी का एक बड़ा चेहरा भी हैं. महिला होने के नाते पार्टी उनके नाम पर दांव लगा सकती है. 15 अगस्त को जब केजरीवाल तिहाड़ जेल के अंदर थे और तिरंगा फहराने का कार्यक्रम था, ऐसे में केजरीवाल ने आतिशी का ही नाम आगे किया था.
सौरभ भारद्वाज
तीसरे नंबर पर नाम आता है सौरभ भारद्वाज का. सौरभ भारद्वाज दिल्ली की ग्रेटर कैलाश सीट से विधायक हैं और सरकार में मंत्री भी हैं. सौरभ भारद्वाज के पास स्वास्थ्य, शहरी विकास जैसे बड़े महकमे हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि गोपाल राय, आतिशी और सौरभ भारद्वाज में से कोई एक चेहरा दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री बन सकता है.
कैलाश गहलोत
सीएम पद की रेस में कैलाश गहलोत के नाम पर भी अटकलें लगाई जा रही है. वह दिल्ली के परिवहन और पर्यावरण मंत्री हैं. वह नई दिल्ली के नजफगढ़ विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं. कैलाश गहलोत लो प्रोफाइल नेता हैं और वह कम ही चर्चा में रहते हैं. फिलहाल उनके पास परिवहन, प्रशासनिक सुधार, राजस्व, कानून, न्याय और विधायी मामले, महिला एवं बाल विकास तथा सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग की जिम्मेदारी है. उन्होंने फरवरी 2015 में नजफगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से दिल्ली विधानसभा के लिए अपना पहला चुनाव जीता था.
सुनीता केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल के जेल जाने के बाद से ही उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल मुख्य राजनीतिक में सक्रिय हैं, लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली में हुई गठबंधन की रैली में भी सुनीता ने काफी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था. वहीं अब हरियाणा में हो रहे विधानसभा चुनाव में भी सुनीता केजरीवाल पार्टी के लिए समर्थन जुटाने में लगी हैं. अब ऐसे में अटकलें ये भी लगाई जा रही है कि अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल को भी सीएम पद की कुर्सी दे सकते हैं. हालांकि, अभी ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं. जल्द होने जा रही विधायक दल की बैठक में यह साफ हो जाएगा की केजरीवाल के बाद दिल्ली का अगला सीएम कौन?